Highlights:
- फरीदाबाद में तेज रफ्तार XUV कार की चपेट में आने से 32 वर्षीय महिला द्रोपती की मौत।
- कार के पीछे और आगे पुलिस का स्टीकर लगा हुआ था, जिससे घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग।
- मृतका के पति ने कर्ज के बोझ तले जीवन व्यतीत करने की कहानी सुनाई, न्याय की गुहार लगाई।
फरीदाबाद, 4 नवंबर, 2024: हरियाणा के जिले फरीदाबाद के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 स्थिति अजरौंदा मेट्रो स्टेशन के पास सड़क पार कर रही महिला को एक तेज रफ्तार एक्सयूवी कार ने टक्कर मार दी। इस भीषण हादसे में महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कार किसी पुलिसकर्मी की थी। कार के आगे और पीछे शीशे पर पुलिस का स्टीकर लगा हुआ था। फिलहाल महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चुरी में रखवा दिया गया है।
मामले में जानकारी देते हुए मृतिका के पति सुनील ने बताया कि उसकी पत्नी द्रोपती उम्र 32 वर्ष थी जो की कोठी में काम कर घर वापस लौट रही थी कि अचानक से एक तेज रफ्तार कार ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद वह सड़क पर जा गिरी जिसकी जानकारी उन्हें आसपास के लोगों ने दी की एक महिला को किसी या किसी कार ने टक्कर मार दी है। महिला को टक्कर लगने की सूचना मिलने के बाद वह दौड़े और उन्होंने देखा तो वह उन्हीं की पत्नी थी।
सुनील के मुताबिक लगभग पौने घंटे तक उनकी पत्नी को टक्कर मारने वाले पुलिसकर्मी एंबुलेंस के आने का इंतजार करते रहे जब एंबुलेंस आई तब है उसकी पत्नी को एंबुलेंस में डालकर बादशाह खान सिर्फ अस्पताल पहुंचे लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी उनकी पत्नी की मौत हो चुकी थी। सुनील ने बताया कि वह बिहार के दरभंगा गांव कमतौल के रहने वाले हैं जो की 5 महीने पहले ही फरीदाबाद में अपनी पत्नी और 9 साल के बेटी के साथ रोजी-रोटी कमाने के लिए आए थे।
सुनील के मुताबिक उनकी पत्नी बिहार में बीमार हुई थी जिसके चलते इलाज की वजह से उनके ऊपर कर्जा हो गया था। उसी कर्ज को चुकाने के लिए उनकी बहन ममता ने उन्हें फरीदाबाद में बुलवाया था और दोनों को नौकरी पर लगवाया था उन्हें मालूम होता कि उनकी पत्नी के साथ ऐसा हादसा हो जाएगा तो वह बिहार से कभी नहीं आते वह नमक रोटी खाकर वही गुजारा कर लेते। फिलहाल इस मामले में अब सुनील चाहता हैं कि उनकी पत्नी को टक्कर मारकर मौत के घाट उतारने वाले कार सवार सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कानून कारवाई की जानी चाहिए।
