लुधियानाः श्री मुक्तसर साहिब से लौट रही एक महिला ने सरकारी बस के कंडक्टर पर उसकी नाबालिग बेटी से छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का आरोप है कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो कंडक्टर और उसके साथियों ने बस स्टैंड के पास एक सुनसान स्थान पर महिला, उसकी बेटी और उसके पति से बेरहमी से मारपीट की।
पुलिस को मामले की शिकायत दी गई है और पीड़ित परिवार का सिविल अस्पताल में मैडीकल भी करवाया गया है। टिब्बा रोड निवासी पीड़िता दर्शना ने बताया कि शुक्रवार शाम वह अपनी बेटी के साथ श्री मुक्तसर साहिब से लुधियाना लौट रही थी। उन्होंने सरकारी बस पकड़ी और बस में कुछ दूर चलने के बाद वह कंडक्टर वाली सीट पर बैठ गईं। दर्शना के मुताबिक, कंडक्टर ने उनसे बदसलूकी की और जबरन सीट से हटा दिया। इसके बाद कंडक्टर उनकी बेटी के पास आकर खड़ा हो गया और उसे घूरने लगा।
महिला के विरोध करने पर कंडक्टर ने उन्हें जबरन बस से उतारने की कोशिश की। महिला का कहना है कि मोगा बस स्टैंड पर उन्हें टिकट न लेने का आरोप लगाकर पुलिस के पास ले जाया गया, जबकि उनके पास टिकट पहले से मौजूद थे। रास्ते में महिला ने फोन पर अपने पति को पूरी घटना की जानकारी दी। बस जब लुधियाना के पास पहुंची, तो बस स्टैंड से पहले ही ड्राइवर ने गाड़ी एक सुनसान जगह पर रोक दी, जहां दूसरी बसें खड़ी थीं। महिला का आरोप है कि वहां कंडक्टर ने उनकी बेटी के साथ फिर से गलत हरकत करने की कोशिश की।
महिला ने बताया कि उनका पति भी पीछे-पीछे वहां पहुंच गया था, लेकिन कंडक्टर और ड्राइवर ने अपने अन्य साथियों को बुलाकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। जब महिला और उसकी बेटी ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उनके साथ भी बदसलूकी और मारपीट की गई। महिला का कहना है कि इस पूरी घटना का एक वीडियो भी उनके पास है जिसमें उनके पति की पिटाई हो रही है। वह किसी तरह वे वहां से जान बचाकर निकले और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उन्हें सिविल अस्पताल भेजा, जहां उनका मेडिकल करवाया गया। बस स्टैंड चौकी पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।