नई दिल्ली : राजस्थान के बारां जिला अस्पताल के एमसीएच यूनिट में भर्ती एक गर्भवती महिला की मौत की खबर सामने आई है। मृतका की पहचान कोनिका के तौर पर हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगाए जाने और डाक्टरों की लापरवाही के कारण महिला की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया और परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ शिकायत की। मृतका के पति लेखराज शर्मा ने बताया कि उनकी पत्नी को शुक्रवार रात प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
शनिवार सुबह डाक्टरों उसे चैक किया और जांच के लिए कुछ सैंपल लिए। कुछ समय बाद, लेखराज को उनकी मां ने फोन करके बताया कि डाक्टर ने कोनिका को एक इंजेक्शन दिया था, जिसके बाद उनकी तबीयत और बिगड़ने लगी। लेखराज ने अस्पताल जाकर देखा कि कोनिका को डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ घेर कर सीपीआर दे रहे थे। डॉक्टरों ने बताया कि गर्भस्थ शिशु की धड़कन बंद हो गई थी। जिसके बाद उन्होंने लेखराज से खाली कागज पर हस्ताक्षर कराए गए और कोनिका को कोटा अस्पताल रेफर किया गया।
कोटा अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने कोनिका को मृत घोषित कर दिया और कुछ देर बाद गर्भस्थ शिशु की भी मौत हो गई। परिजनों का आरोप था कि महिला की मौत गलत इंजेक्शन और डाक्टरों की लापरवाही के कारण हुई। इस सूचना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल पहुंचे। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि गर्भवती महिला की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उसे वेंटिलेटर पर रखा गया और कोटा रेफर किया गया था।