नई दिल्ली: फार्मा कंपनी पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद अब ट्रंप एक नया टैरिफ लगाने की सोच रहे हैं। रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि ट्रंप इलेक्ट्रिक समानों पर नई टैरिफ योजना लाने पर विचार कर रहे हैं। यह टैरिफ उनमें लगी हुई चिप की संख्या पर बेस्ड होगा हालांकि अभी कोई ऑफिशियल तौर पर तीजें सामने नहीं आई है ऐसे में इस योजना में बदलाव भी हो सकता है।
आम आदमी के लिए बढ़ेगी मंहगी
यदि ये टैरिफ लग जाएगा तो इलेक्ट्रिक सामान-लैपटॉप से लेकर टूथब्रश तक इसका असर दिखेगा। दुनिया में मंहगाई भी बढ़ जाएगी। इसके अलावा सेमीकंडक्टर कंपनियों की इनकम पर असर होगा। अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के अर्थशास्त्री माइकल स्ट्रेन का कहना है कि इस योजना से वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाएगी। यह कीमतें ऐसे समय में बढ़ेगी जब अमेरिका मंहगाई की समस्या से पहले ही जूझ रहा है। मंहगाई अभी भी फेड लक्ष्य से ऊपर की ओर ही बढ़ती जा रही है। इकोनॉमिस्ट का कहना है कि टैरिफ बढ़ने से घरेलू स्तर पर उत्पादित होने वाली वस्तुएं महंगी हो जाएगी ऐसा इसलिए क्योंकि इससे इनपुट कॉस्ट बढ़ेगी और आम लोगों को ज्यादा महंगाई से जूझना पड़ सकता है।
इस वजह से लगेगा टैरिफ
रॉयटर्स का कहना है कि व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका अपने राष्ट्रीय और आर्थिक सुरक्षा के लिए जरुरी सेमीकंडक्टर उत्पादों के लिए विदेशी आयात पर निर्भर नहीं रहेगा। उनका कहना है कि ट्रंप सरकार टैरिफ, टैक्स कटौती, विनियमन में ढील और एनर्जी के साथ मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को वापिस अमेरिका में लाने के लिए बहुत ही छोटा नजरिया अपना रहे हैं।
चिप बेस्ड किन उत्पादों पर टैरिफ लगेगा, टैरिफ की सटीक दरें क्या होगी और संभावित छूट क्या होगी यह अभी तय नहीं हुआ है। ट्रंप पहले ही सेमीकंडक्टर आयात पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने का वादा कर चुके हैं। अमेरिका में उत्पादन करने वाली या ऐसा करने की इच्छा रखने वाली कंपनियों को भी उन्होंने छूट दे दी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, वाणिज्य विभाग आयतित उपकरणों में चिप-संबंधी सामग्री के लिए 25% और जापान व यूरोपीय संघ से आयतित इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए 15% टैक्स लगाने पर भी विचार कर रहे हैं हालांकि ये आंकड़े अभी शुरुआती है। अधिकारियों ने यह भी विचार किया है कि यदि कोई कंपनी अपना प्रोडक्शन अमेरिका में ट्रांसफर करेगी तो अमेरिकी प्लांट में निवेश से जुड़े प्रति डॉलर के हिसाब से उन्हें छूट दी जाएगी। सूत्रों की मानें तो वाणिज्य मंत्रालय ने शुरु में ही अमेरिकी सेमीकंडक्टर उत्पादन को नुकसान से बचाने के लिए चिप निर्माण उपकरणों को छूट देने का प्रस्ताव रखा था परंतु ट्रंप के रियायतों के प्रति प्रतिरोध का हवाला देकर व्हाइट हाउस ने इसको वापिस ले लिया था।
फार्मा कंपनियों पर 100% टैरिफ
यह विचार उस समय सामने आया है जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी व्यापार नीति को सख्त बनाने के लिए व्यापक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने गुरवार को आयात शुल्कों की घोषणा की थी। इसमें ब्रांडेड दवाईयों पर 100% टैरिफ और भारी भरकम ट्रकों पर 25% शुल्क 1 अक्टूबर से लगाने का ऐलान किया है।