Health: गर्मियों में नाक से खून निकलना (जिसे नकसीर कहा जाता है) एक आम समस्या है, खासकर बच्चों और बुज़ुर्गों में। आइए समझते हैं ऐसा क्यों होता है और क्या करना चाहिए:
गर्मियों में नकसीर क्यों होती है?
तेज़ गर्मी और सूखी हवा: गर्मियों में हवा शुष्क हो जाती है, जिससे नाक की अंदरूनी झिल्ली (nasal lining) सूख जाती है और उसमें दरारें पड़ जाती हैं। इससे खून बहने लगता है।
अत्यधिक धूप में रहना/हीट स्ट्रोक: शरीर ज़्यादा गर्म हो जाता है और रक्त प्रवाह तेज़ होने से नाक की नाज़ुक नसें फट सकती हैं।
नाक में बार-बार उंगली डालना या झटका लगना: इससे अंदर की पतली रक्त नलिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
एलर्जी, संक्रमण या सर्दी-जुकाम: जिससे नाक की सूजन बढ़ जाती है और नसें फट सकती हैं।
ब्लड प्रेशर का बढ़ना: कुछ लोगों को गर्मी में हाई बीपी हो जाता है, जिससे नकसीर हो सकती है।
अगर नकसीर हो जाए तो क्या करें?
फौरन ये करें:
सीधा बैठें और आगे की ओर झुकें
> सिर पीछे झुकाने से खून गले में जा सकता है जिससे खांसी, उल्टी या दम घुटने का खतरा होता है।
नाक के सिरे को हल्के से दबाएं
> अंगूठा और तर्जनी (index finger) से नाक के बीच वाले हिस्से को 10 मिनट तक दबाए रखें।
नाक और माथे पर ठंडी पट्टी रखें
> बर्फ या ठंडे पानी की पट्टी से खून का बहाव रुकने में मदद मिलती है।
नाक में कोई चीज़ न डालें
> रुई या कपड़ा तब तक न डालें जब तक खून पूरी तरह न रुके।
* डॉक्टर को कब दिखाएं?
- खून 20 मिनट से ज़्यादा रुके नहीं
- बार-बार नकसीर हो रही हो
- साथ में चक्कर, सांस फूलना, या बेहोशी जैसा लगे
- नाक में चोट लगी हो