अहमदाबाद में 12 जून को हुए विमान हादसे को लेकर सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि हादसा आखिर हुआ कैसे? ऐसे में अब इस मामले में Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है। इस रिपोर्ट के अनुसार, विमान के दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच Run से Cutoff में बदला गया और इस वजह से विमान को बहुत जरुरी समय में थ्रस्ट नहीं मिला और इस हादसे का शिकार हो गया। गौरतलब है कि एअर इंडिया का Boeing 787-8 विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था और 12 जून को भयानक हादसा हो गया। इस हादसे में कुल 270 लोगों की मौत हो गई थी। यहां सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या इस हादस में पायलट भी जिम्मेदार थे क्योंकि एक्सपर्ट्स की मानें तो विमान के फ्यूल कंट्रोल स्विच की पोजिशन अपने आप में या फिर किसी गलती से भी इतनी आसानी से नहीं बदल सकती है।
इस वजह से हुआ विमान हादसा
एक्सपर्ट्स का मानना है कि विमान हादसे का मुख्य कारण है कि टेक ऑफ करते समय प्लेन का इंजन फेल हो गया था। इसके पीछे 3 मुख्य कारण रहे हैं। पहला यह है कि विमान ने जैसे ही उड़ान भरी इसकी ऊंचाई कम होने लग गई। बोइंग 787 को ऐसे डिजाइन किया गया है कि यह एक इंजन पर भी उड़ सकता है। ऐसे में तेजी से ऊंचाई गिरने का अर्थ है कि दोनों इंजन में कोई बहुत ही गंभीर समस्या थी।
Ram Air Turbine हुआ था चालू
एयर इंडिया के विमान की वीडियो फुटेज के अनुसार, इसका Ram Air Turbine (RAT) चालू हो गया था। यह एक तरह की छोटी टरबाइन होती है जो इमरजेंसी पावर सोर्स के तौर पर काम करती है। यह सिर्फ तभी एक्टिवेट होती है जब विमान के दोनों इंजन काम करना बंद कर दें। इसका इस्तेमाल क्रिटिकल ऑपरेशन्स के दौरान इलेक्ट्रिकल पावर देना है। यदि एक इंजन फेल हो जाए तो भी विमान दूसरी दिशा में मूड जाता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ है और इससे यह साफ है कि विमान के दोनों इंजन को थ्रस्ट नहीं मिला था।
दोनों इंजन हो गए थे बंद
अब यहां सवाल यह उठ रहा है कि दोनों इंजन आखिर एक साथ ही क्यों बंद हो गए? मॉडर्न एयरक्राफ्ट्स में ऐसा होना बहुत ही मुश्किल है क्योंकि विमान के दोनों इंजन एक साथ ही फेल हो जाएं। एक बात हो सकती है कि फ्यूल में गड़बड़ी हो लेकिन रिपोर्ट के अनुसार, विमान में भरा हुआ फ्यूल ठीक था। एक कारण यह भी है कि विमान किसी पक्षी से टकरा गया हो लेकिन रिपोर्ट कहती है कि फ्लाइंग रुट के आस-पास कोई पक्षी उड़ते हुए नहीं देखा जाता। दोनों इंजन के खराब होने के पीछे तीसरा कारण पायलट की गलती ही दिखती है और शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, इंजन में फ्यूल सप्लाई बंद होने के कारण यह हादसा हुआ। फ्यूल कंट्रोल स्विच को तभी कट ऑफ में रखा जा सकता है जब विमान जमीन में हो। इमरजेंसी सिचुएशन में हो या फिर ऊंचाई में हो और विमान में आग लग गई हो। सबसे जरुरी बात यह है कि ऐसा होना लगभग नामुमकिन है। फ्यूल स्विच कंट्रोल स्विच गलती से “CUTOFF” पोजिशन में चले गए हों। इसके बाद फ्यूल कंट्रोल स्विच स्टैंडर्ड स्टॉप लॉक मैकेनिज्म के साथ आते हैं और इन्हें अनलॉक करने के लिए पहले ऊपर की ओर खींचना पड़ता है। इसके बाद स्विच भी बदल जाते हैं।
कॉकपिट में हुई ये चीजें
विमान दुर्घटनाओं के मामले की जांच करने वाली कनाडा की एक एजेंसी ने बीबीसी को बताया कि एक हाथ से दोनों स्विच को खींचना बहुत ही मुश्किल होता है। ऐसा भी लगता है कि कॉकपिट में इन सभी स्विच को लेकर कुछ कंफ्यूजन वाला हालात रहे होंगे क्योंकि कॉकपिट के वाइस रिकॉर्डर से यह पता चला है कि पायलट दूसरे से पूछता है कि उसने उन्हें CUTOFF” क्यों कहा किया। वहीं दूसरा पायलट जवाब दे कि उसने ऐसा नहीं किया।
टेस्ट में पास हो गया था पायलट
रिपोर्ट के अनुसार, दोनों इंजन को हवा में फिर से चालू किया गया था लेकिन ऊंचाई बहुत कम थी इसलिए इसको जरुरी थ्रस्ट नहीं मिला जिसकी वजह से यह हादसे का शिकार हो गया। एक अहम बात यह भी है कि विमान में बैठे दोनों ही पायलट सुमित सभरवाल और कुंदर के पास कुल 9500 घंटे से ज्यादा का फ्लाइट एक्सपीरियंस था और सुबह ही उनका breathalyzer टेस्ट हुआ था और वे इसमें पास हो गए थे।अमेरिका की कंपनी NTSB के पूर्व प्रबंध निदेशक पीटर गोएल्ज ने BBC को बताया कि – ‘यह बहुत परेशान करने वाली बात है कि एक पायलट ने उड़ान भरने के कुछ ही सैकेंड बाद फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद कर दिया।’ उन्होंने कहा कि कॉकपिट के वॉइस रिकॉर्डर में इससे कहीं ज्यादा जानकारी मौजूद हो सकती है। कुल मिलाकर रिपोर्ट के बाद पायलटों के कामकाज को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि विमान का अगर एक इंजन खराब हो गया था तो पायलट ने गलती से दूसरे इंजन को बंद कर दिया और अगर ऐसा हुआ भी तो उन्होंने इसके लिए बनाई गई प्रक्रिया का को फॉलो क्यों नहीं किया?