कुटलैहड़ के कांग्रेसी नेता टिकट के जुगाड़ में
ऊना/सुशील पंडित : कांग्रेस के बागी विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो ने कहा है कि वे समाज सेवा करते हैं राजनीति नहीं। भुट्टो उन छह विधायकों में शामिल हैं जिन्हें पार्टी ने विधानसभा से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उनकी विधायकी को अयोग्य घोषित करवा दिया था। ऐसा होने के बाद से ही भुट्टो समर्थक आलोचकों से भिड़ रहे हैं। सोशल मीडिया पर खुलकर देवेंद्र भुट्टो का साथ दे रहे हैं। इनमें कुछ कांग्रेसी भी हैं और भाजपा के लोगों की लाइन भी लंबी होती जा रही है जिन्होंने भुट्टो को समर्थन दे दिया है। भुट्टो भाजपा का साथ देने जा रहे हैं यह बात कुटलैहड़ भाजपा के नेताओं को एक डेढ़ महीने पहले से पता था। जिस समय राज्यसभा के चुनाव भी नहीं हुए थे तब भी भाजपा के कुटलैहड़ के नेता पुरजोर लगा रहे थे कि भुट्टो भाजपा में न आएं।
अब भाजपा नेता भी असमंजस में हैं कि भुट्टो पार्टी में आ गए तो उनका भविष्य क्या होगा। भाजपा के कई नेता अब हाईकमान से अपने राजनीतिक करियर को बचाने की दुहाई दे रहे हैं। भुट्टो प्रकरण के बाद कुटलैहड़ कांग्रेस के कई नेता विधानसभा टिकट की लड़ाई में शामिल हो गए हैं। टिकट का जुगाड़ लगाया जा रहा है ताकि विधानसभा में भुट्टो की जगह मिल जाए। उसी तरह भुट्टो समर्थक यह बताने में लगे हैं कि पिछले 14 महीनों में कुटलैहड़ में जो भी समाज सेवा के कार्य हुए वह भुट्टो ने अपनी जेब से किए। भुट्टो को सुक्खू सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही थी। वह अपने बूते पर ही कुटलैहड़ के विकास कार्य करवा रहे थे।
प्रदेश की तरह ही कुटलैहड़ में भी पिछले एक हफ्ते से राजनीति की चर्चा हर गली नुक्कड़ और दुकान में जारी है। लोग पूछ रहे हैं कि भाजपा के नेताओं का अब कुटलैहड़ में क्या स्थान रहेगा। भुट्टो के पक्ष में जो पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं उनमें भुट्टो को भगवाधारी और भाजपा का पुराना कार्यकर्ता दिखाया जा रहा है। मानो एक रात में भुट्टो सीधे सेकुलर से हिंदुत्ववादी हो गए हों। जय श्री राम के नारों वाले क्रिएटिव भी वायरल किए जा रहे हैं। अर्थात भुट्टो की अब भगवा पार्टी में दाखिले की तैयारी चल रही है।
