आस-पास के कई गांव पानी की चपेट में आए, सड़कों पर बने आश्रय
कपूरथला/होशियारपुरः पंजाब और हिमाचल प्रदेश में पिछले 4 दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते सभी नदियां और डैम उफान पर हैं। वही बारिश के चलते मंगलवार शाम को पौंग डैम का जलस्तर खतरे के निशान 1390 से एक फीट ऊपर चला गया। पोंग डैम से लगातार पानी छोड़े जाने से पंजाब के मैदानी इलाके बाढ़ की चपेट हैं। खासकर कपूरथला और होशियारपुर के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी के कई गांव में बाढ़ आई है तो वहीं होशियारपुर के टांडा, तलवाड़ा, मुकेरियां और दसूहा में हालात खराब हैं। राज्य में बारिशों और बाढ़ के चलते पंजाब सरकार ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 30 अगस्त तक छुट्टियों का एलान कर दिया है।
पोंग डैम से लगातार छोड़े जा रहे पानी से ब्यास दरिया में जलस्तर बढ़ने से टांडा और मुकेरियां में पानी का स्तर बढ़ गया था जिसके चलते लोगों को राहत कैंपों में पहुंचाया जा रहा है। टांडा के गांव रड़ा मंड से 2 परिवारों से 12 लोगों को किश्ती से रेस्क्यू किया गया। मुकेरियां में हलेड़ जनार्दन गांव का धुस्सी बांध 3 स्थानों पर और मेहताबपुर गांव का धुस्सी बांध 2 स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया। इससे करीब 12 गांव पानी की चपेट में आ गए। वहीं, टांडा में फत्ता, कुल्ला, रड़ा मंड, टाहली मंड और गंधूवाल गांवों के कुछ लोग सामान और मवेशियों के साथ टांडा श्री हरगोबिंदपुर रोड पर आ गए हैं। उन्होंने टेंट और ट्रॉलियों में आश्रय बना लिया है। खेतीबाड़ी विभाग की पंजाब सरकार को भेजी रिपोर्ट के अनुसार टांडा और मुकेरियां तहसील में लगभग 3 हजार एकड़ में खड़ी फसलों का नुकसान बताया गया है।
बता दें कि पिछले 3 दिन में मंगलवार सुबह 8 बजे तक होशियारपुर शहर में 57 एमएम, दसूहा में सबसे अधिक 70 एमएम, गढ़शंकर में 31.5 एमएम और मुकेरियां में 65 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे बारिश कुछ देर के लिए थमी थी लेकिन फिर से बारिश लगातार शुरू हो गई थी जिससे पानी का स्तर काफी हद तक बढ़ गया।