रियो डी जेनेरियोः ब्राजील के प्रमुख शहर रियो डी जेनेरियो में आपराधिक समूह कमांडो वर्मेलो ड्रग कार्टेल के खिलाफ शुरू किए गए अब तक के सबसे बड़े सैन्य और पुलिस अभियान में कम से कम 64 लोग मारे गंए। इनमें से 60 अपराधी और 4 पुलिस अधिकारी बताए गए हैं। भीषण संघर्ष के बाद गिरोह के 81 खूंखार सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। इस दौरान पुलिस हेलिकॉप्टर व ड्रोन से बम बरसा रही है तो ड्रग माफिया ड्रोन से बम गिराकर पुलिस पर हमला कर रही है, गोलियों की आवाज से रियो डी जेनेरो की गलियां दहल उठी हैं। गलियों में ‘ड्रग लॉर्ड्स’ की लाशें जहां-जहां पड़ी हैं। ब्राजील पुलिस का ये ऑपरेशन रियो डी जेनेरो शहर में चल रहा है।
‘ड्रग मा फिया के खि लाफ वॉर, अब तक का सबसे बड़ा सैन्य और पुलिस अभियान हेलिकॉप्टर व ड्रोन से गिराए बम, 64 की मौ त#DrugMafiaWar #AntiNarcoticsOperation #PoliceAction #MilitaryStrike #BreakingNews #HelicopterAttack #DroneOperation #WarOnDrugs #MajorOperation #EncounterNews pic.twitter.com/LW8Iy0HC2G
— Encounter India (@Encounter_India) October 29, 2025
यहां युद्ध जैसी स्थिति बनी है। रियो डी जेनेरो लंबे समय से Comando Vermelho (CVं), Terceiro Comando Puro (TCP) जैसे ‘ड्रग लॉर्डस’ के कब्जे में रहा है। ड्रग तस्करी का सिंडिकेट चलाने वाले Comando Vermelho को ब्राजील में रेड कमांडो कहा जाता है। ये गिरोह न केवल ड्रग तस्करी बल्कि अवैध हथियार, भूमि कब्ज़ा, और स्थानीय लोगों से “सुरक्षा टैक्स” वसूलते हैं। फोल्हा डी एस.पाउलो अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, सेना और पुलिस 69 गिरफ्तारी वारंट की तामील के लिए मंगलवार को रियो डी जेनेरियो के उत्तरी क्षेत्र के अलेमाओ और पेन्हा में घुसी। यहां कमांडो वर्मेलो कार्टेल का आधिपत्य है।
अभियान के दौरान संघर्ष की आशंका के मद्देनजर सेना और पुलिस ने सारे इलाके को घेर लिया। यह अभियान लगभग 2500 पुलिस और सैन्य अधिकारियों के निगरानी में शुरू किया गया। सभी रास्तों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया। अपराधियों के गोलीबारी शुरू करने पर ड्रोन से बम गिराए गए। फोल्हा डी एस.पाउलो अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, सेना और पुलिस 69 गिरफ्तारी वारंट की तामील के लिए रियो डी जेनेरियो के उत्तरी क्षेत्र के अलेमाओ और पेन्हा में घुसी।
यहां कमांडो वर्मेलो कार्टेल का आधिपत्य है। अभियान के दौरान संघर्ष की आशंका के मद्देनजर सेना और पुलिस ने सारे इलाके को घेर लिया। यह अभियान लगभग 2500 पुलिस और सैन्य अधिकारियों के निगरानी में शुरू किया गया। सभी रास्तों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया। अपराधियों के गोलीबारी शुरू करने पर ड्रोन से बम गिराए गए। इस अभियान को ‘ओपेराकाओ कॉन्टेनकाओ’ नाम दिया गया।
अलेमाओ और पेन्हा में 1,00,000 से ज्यादा लोग रहते हैं। यहां की दरिद्र बस्तियों में अपराधियों का राज चलता है। इस अभियान की अधिकारियों ने हेलीकॉप्टर से निगरानी की। इलाके को घेरने बख्तरबंद गाड़ियों का प्रयोग किया गया। गवर्नर क्लाउडियो कास्त्रो ने कहा है कि अपराधियों के प्रतिशोध लेने की आशंका के मद्देनजर सेना की कई बटालियनों को तैनात किया गया है। ब्राजील में कमांडो वर्मेलो ने अपनी जड़ें तानाशाही शासन के तहत 1970 के दशक में मजबूत की।