सामूहिक इस्तीफा दिए जाने, उचित जांच किये जाने को लेकर प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
ऊना/सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के अंतर्गत आती ग्राम पंचायत चताड़ा की प्रधान नीलम कुमारी को पंचायत टेंडर मामले में गड़बडी पाए जाने पर बीते रोज निलंबित किए जाने की अधिसूचना जारी की गई है। वहीं अधिसूचना जारी होने के बाद गांव के लोगों ने इसका विरोध किया। जिस के लिए ग्रामीण और पंचायत सदस्य इकट्ठे होकर पंचायत प्रधान के पक्ष में खड़े हो गए और पंचायत के कुछ सदस्यों द्वारा प्रधान को निलंबित किए जाने के मामले को लेकर इस्तीफा दिए जाने की बात कही।
पंचायत सदस्य और ग्रामीणों ने इकट्ठे होकर प्रशासन को इस मामले की उचित जांच किए जाने की मांग की। प्रधान ने इस मामले को राजनीतिक साजिश के तहत कार्रवाई बताया? उन्होंने कहा की कोई लाखों रूपये का मामला होता तव कोई बात भी होती लेकिन महज़ कुछ हज़ार रूपये के तहत ऊन पर कार्रवाई की गई है,जो बिलकुल गलत है। इसका ग्रामीण एक स्वर में विरोध कर रहे हैं ।
वही गांव के लोगों की माने तो पंचायत प्रधान बहुत ही अच्छी है और अच्छे परिवार से हैं ,उन्हें पैसे की कोई दिक्कत नहीं है।वह गांव में विकास के लिए खुद अपनी तरफ से भी पैसा खर्च कर रही है ऐसे में उन पर इस प्रकार के आरोप लगाकर उन्हें तत्काल निलंबित करना यह ठीक नहीं है।इस संबंध में ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर से मिला और इस मामले की उचित जांच किए जाने की मांग की है।
वहीं जिला के एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव चताड़ा का एक प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें ज्ञापन सौंपा है जिसमें चताड़ा गांव की महिला प्रधान को पिछले कल सस्पेंड किए जाने का मामला उन्होंने संज्ञान में लाया है उन्होंने इस मामले की उचित जांच किए जाने की मांग की है, हमने इस मामले की जांच के लिए पंचायत अधिकारी को ज्ञापन भेज दिया है।