कुल्लू: हिमाचल में मानसून सीजन ने इस बार प्रदेश में जन जीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। दरअसल, प्रदेश में 3 महीनों से हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है। हजारों की संख्या में परिवार बेघर हो गए हैं। प्रदेशभर में सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। जहां लोग भारी बारिश के कहर से परेशान हैं वहीं, कुल्लू जिले में एक नाला ऐसा भी है जो बिना बारिश के भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते भुंतर से मणिकर्ण सड़क जगह-जगह पर लैंडस्लाइड के कारण अवरुद्ध हो गई थी।
ऐसे में अब मौसम साफ होने पर सड़क को बहाल किया गया है, लेकिन जछनी नाला बिना बरसात के भी मलबा लेकर सड़क पर आ रहा है। ऐसे में मणिकर्ण सड़क मार्ग पर जछनी नाला इन दिनों घाटी के लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है। मलबे में यहां से गुजर रही कई गाड़ियां भी फंस रही हैं। जिन्हें दूसरी बड़ी गाड़ियों की मदद से निकाला जा रहा है। नाले से लगातार निकल रहा ये मलबा यहां पर दलदल जैसी स्थिति पैदा कर रहा है। ऐसे में स्थानीय लोगों ने प्रशासन और सरकार से नाले की समस्या को लेकर स्थायी हल निकालने की मांग की है।
मणिकर्ण घाटी के निवासी गिरीश ठाकुर, किशन ठाकुर, रमेश कुमार, दिलीप सिंह का कहना है, “घाटी के किसान और बागवान अपने उत्पाद को लेकर भुंतर सब्जी मंडी पहुंचते हैं, लेकिन इस नाले में कभी भी मलबा नीचे आ गिरता है। जिसके चलते तय समय पर कृषि उत्पाद भी सब्जी मंडी नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं, छोटी और बड़ी गाड़ियों का भी यहां से गुजरना मुश्किल हो गया है। अब प्रशासन को चाहिए कि वह यहां इस नाले पर कोई स्थायी व्यवस्था करें, ताकि मलबे के चलते लोगों को दिक्कत न उठानी पड़े।” कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि “जछनी नाले में अब वैली ब्रिज लगाया जाएगा और इसके लिए अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं। भुंतर से मणिकर्ण सड़क मार्ग में गिरे मलबे को हटाया जा रहा है और सड़क को भी चौड़ा किया जा रहा है, ताकि लोगों को ट्रैफिक जाम की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।”