नई दिल्ली: अमेरिका की ओर से अभी तक भारत के प्रति रवैया सही नहीं हुआ है। अभी भी भारत पर अमेरिका सख्त रुख ही अपना रहा है। भारत को लेकर उसके सुर बदले-बदले दिख रहे हैं। अब अमेरिका के ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट ने भारत को लेकर बयान दिया है। उन्होंने बुधवार को कहा कि उनका देश अपने शानदार साथी भारत के साथ ऊर्जा सहयोग का विस्तार करना चाहता है। इसमें प्राकृतिक गैस, कोयला, परमाणु ऊर्जा और खाना-पकाने के साफ ईंधन शामिल है।
अमेरिका में तेजी से बढ़ रही ऊर्जा की मांग
न्यूज एजेंसी के अनुसार, राइट ने यह कहा है कि – ‘जब मैं इस पद पर आया तब से मेरा ज्यादातर समय भारत के साथ बात करने में ही बीता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। अमेरिका का एक शानदार साथी और एक तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था और एक गतिशील समाज है। इसकी ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है क्योंकि लोग अपनी समृद्धि और अवसरों को बढ़ा रहे हैं’।
भारत से करना चाहते हैं व्यापार
राइट ने भारत पर अपना प्यार लुटाया है। उन्होंने कहा कि – ‘मैं भारत का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं हम भारत से प्यार करते हैं। हम भारत के साथ और ज्यादा एनर्जी व्यापार और ज्यादा बातचीत की आशा करता हूं। ऊर्जा मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी भारत के प्रति कुछ बातें कही’। उन्होंने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की इस टिप्पणी का जवाब दिया कि भारत आने वाले सालों में वॉशिंगटन के साथ एनर्जी उत्पादों पर भी अपने बढ़ाने की उम्मीद करता है। भारत के ऊर्जा सुरक्षा लक्ष्यों में अमेरिका की भागीदारी एक बड़ा तत्व होगा।
टैरिफ पर भी बोले ऊर्जा मंत्री
राइट ने भारत पर लगाए गए 25% एक्स्ट्रा टैरिफ के मामले पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि – ‘हम यूक्रेन युद्ध को खत्म करना चाहते हैं और मेरा मानना है कि भारत भी यही चाहता है। अमेरिका भारत के साथ ऊर्जा व्यापार बढ़ाने के अलावा और कुछ भी नहीं चाहता है परंतु वह रुस से भी तेल खरीद रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सबसे बड़ा जुनून विश्व शांति का है’।