रायपुरः यहां इंसानियत को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। बताते चलें, भखारा के चरोटा-गातापार मोड़ के पास सड़क किनारे नाले में किसी अज्ञात महिला ने जिंदा नवजात को प्लास्टिक लिफाफे में भरकर फेंक दिया। इसकी जानकारी बुधवार को सुबह 6 बजे ग्रामीणों को हुई। चरोटा की मितानिन राधा ध्रुव तुरंत पहुंची।
उन्होंने नवजात को लिफाफे से बाहर निकाला। दूसरी महिला से स्कार्फ मांगकर बच्चे को लपेटा और तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। नर्स ने सफाई कर एंबुलेंस से ऑक्सीजन लगाकर जिला अस्पताल लाई और एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट) में भर्ती है।
सूत्रों के मुताबिक जिंदा नवजात के फेंकने का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग रिकॉर्ड ढूंढ रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा रामपुर, पचपेड़ी, सिलौटी, तर्रागोंदी, भेंड्रा, गातापार जैसे उप स्वास्थ्य केंद्रों से भी गर्भवतियों की जानकारी ले रही, ताकि बच्चे को फेंकने वाले अज्ञात का पता चले।
एसएनसीयू प्रभारी डॉ. अखिलेश देवांगन, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रविकिरण शिंदे ने बताया कि सुबह करीब 7.45 बजे जिला अस्पताल बच्चे को लाया गया। आशंका है कि जन्म के कुछ समय बाद ही फेंका था। बच्चे का शारीरिक तापमान बहुत कम हो गया था, जिसे तुरंत वॉर्मर में रखकर इलाज शुरू किया। सांस लेने में हो रही दिक्कत को ध्यान में रखकर सी-पैप मशीन से ऑक्सीजन दी गई है। स्थिति में सुधार आ रहा है। भखारा टीआई लेखराम ठाकुर ने कहा कि सूचना पर पुलिस घटना स्थल पहुंची गई थी। पुलिस ने आसपास की जांच और कैमरे खंगालने शुरू कर दिए हैं।