ऊना/सुशील पंडित: कुटलैहड़ विस क्षेत्र में भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक दविंदर भुट्टो ने प्रधानमंत्री की मन की बात को भाजपा पार्टी कार्यालय होटल करण राज में भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ सुनी। दविंदर भुट्टो ने कहा कि प्रधानमंत्री ने खेल और फिटनेस के साथ ही संडे को साइक्लिंग पर जोर दिया।इसके साथ ही कभी नक्सल का गढ़ रहे बस्तर में हो रहे ओलिंपिक की चर्चा भी की। बही कैंसर के मरीजों को मिल रहे, आयुष्मान भारत योजना के लाभ के बारे में भी बताया। प्रधानमंत्री के संबोधन से हमें ऊर्जा मिलती है और समाज सेवा की प्रेरणा भी मिलती है। भुट्टो ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उन विषयों और समस्याओं पर अपने विचार शेयर करना चाहते हैं, जो आपके लिए महत्वपूर्ण हैं।
प्रधानमंत्री आपको मन की बात के 114 वें एपिसोड में संबोधित किए जाने वाले विषयों पर अपने विचार शेयर करने के लिए आमंत्रित करते हैं। दविंदर भुट्टो ने कहा कि प्रधान मंत्री द्वारा चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान के 10 वर्ष का समय पूरा हो चुका है और संपूर्ण देश यह लक्ष्य हासिल कर चुका है।
भुट्टो ने कहा कि प्रधान मंत्री की लंबी सोच की वजह से दस वर्ष के कार्यकाल में भारत ने 18,000 गांवों में बिजली पहुंचाने का महत्वाकांक्षी मिशन तय किया है। ये गांव आजादी के 7 दशक बाद आज भी अंधेरे में डूबे हुए हैं। प्रधान मंत्री मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में घोषणा की थी कि 1000 दिनों के भीतर सभी शेष गांवों में बिजली पहुंचा दी जाएगी। गांवों का विद्युतीकरण तेजी से हो रहा है। और, यह काम बहुत ही पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है। एक मोबाइल ऐप और एक वेब डैशबोर्ड के जरिए विद्युतीकरण किए जा रहे गांवों के आंकड़े जनता के लिए उपलब्ध हैं। भुट्टो ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना सिंचाई की सुविधाएं सुनिश्चित कर उपज को बढ़ाएगी। इस योजना का विजन यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक खेत को किसी ना किसी तरह के सुरक्षात्मक सिंचाई के साधन उपलब्ध हों। किसानों को सिंचाई के आधुनिक तरीकों के बारे में शिक्षित किया जा रहा है ताकि पानी की ‘प्रत्येक बूंद के बदले अधिक पैदावार’ मिले।
इस मौके पर जिला पार्षद सदस्य कृष्ण पाल शर्मा, राजेंद्र मलांगड़, उपप्रधान सूरम सिंह ,सुदर्शन शर्मा,अजय कुमार,अभय राणा, सुभाष शास्त्री,उपप्रधान जीवन शर्मा,अर्चित शर्मा,नरेश कुमार,जितेंद्र कुमार,शोभित शर्मा के अलावा गणमान्य मौजूद रहे।