नई दिल्लीः पाकिस्तान में भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी शाहिद लतीफ की हत्या कर दी गई है। शाहिद पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड था। अज्ञात हमलावरों ने सियालकोट में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। एनआईए ने यूएपीए के तहत शाहिद के खिलाफ केस दर्ज किया था। वो भारत सरकार से लिस्टेड आतंकी था।पंजाब के पठानकोट स्थित एयरबेस पर 2016 में आतंकी हमला हुआ था। यह हमला आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने किया था। इस हमले में सेना के 7 जवान शहीद हुए थे। पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन हमारी सीमा के पास है। यहां हमारे बड़े हथियार रखे जाते हैं। युद्ध की स्थिति में पूरी रणनीति को यहां से ही अंजाम दिया जाता है।
1965 और 1971 की लड़ाई में भी इस एयरफोर्स स्टेशन ने बड़ी भूमिका निभाई थी। मिग-21 लड़ाकू विमानों के लिए यह बेस स्टेशन है। राशिद लतीफ से पहले भी पाकिस्तान में कई आतंकियों की हत्या की गई है। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रहने वाले बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम की पाकिस्तान में अज्ञात हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी। हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर रहे बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम को रावलपिंडी में गोलियों से भून दिया गया था। पिछले ही साल भारत सरकार ने उसे आतंकी घोषित किया था। वह रावलपिंडी में बैठकर ही जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करने वाले आतंकियों के लिए रसद और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने का काम करता था।
आतंक की किताब कहे जाने वाला एजाज अहमद अहंगर की 22 फरवरी, 2023 को अफगानिस्तान के काबुल में हत्या कर दी गई। भारत में इस्लामिक स्टेट (आईएस) को फिर से शुरू करने में जुटा एजाज अल कायदा के भी संपर्क में था। 1996 में कश्मीर की जेल से छूटने के बाद वह पाकिस्तान भाग गया और फिर वहां से अफगानिस्तान चले गया। भारत सरकार ने ने उसे मोस्ट वांटेड आतंकी की सूची में रखा था। अहंगर का जन्म 1974 में श्रीनगर के नवाकदल में हुआ था। उसका अल-कायदा और अन्य वैश्विक आतंकी संगठनों से निकट संबंध था।
पाकिस्तान में अल बद्र के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अल बद्र एक कट्टर संगठन है, जो कश्मीर में आतंकियों को ट्रेंड कराता था। सैयद खालिद रजा की कराची में उसके घर के बाहर ही अज्ञात व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। शूटर ने रजा के सिर पर गोली मारी थी। वह कश्मीर में आतंकवाद फैलाने में सक्रिय था। भारत की वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल सैयद नूर शालोबर को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने मार डाला था। शालोबार पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर कश्मीर में आतंकवाद फैलाने का काम करता था और नए आतंकियों की फौज को ट्रेंड करता था।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद से 130 किलोमीटर दूर रावलकोट की एक मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान आतंकी मोहम्मद रियाज की हत्या कर दी गई थी। एक अंजान हत्यारे ने उसके शरीर पर चार गोलियां दागी थीं। मोहम्मद रियाज को अबू कासिम कश्मीरी के नाम से भी जाना जाता था। इसी साल कश्मीर में पांच जवानों की हत्या कर दी गई थी। इसका जिम्मेदार अबु कासिम ही था। उसे इस्लामिस्ट गुरिल्ला लीडर कहा जाता था, जो छुपकर भारतीय जवानों पर हमला किया करता था।