नई दिल्लीः म्यांमार में आज का दिन ब्लैक फ्राइडे साबित हुआ है। देश में रिक्टर स्केल पर 7.7 की तीव्रता वाला भूकंप आया तो वहीं 10 मिनट बाद फिर से 7.0 का तीव्रता से एक जोरदार झटका लगा। जिसके बाद म्यांमार और थाईलैंड में इन दो झटकों ने हाहाकार मचा दिया। धरती के इस महाकंपन से दोनों देशों में भारी तबाही हुई है। थाईलैंड में आपातकाल लगा दिया गया है। जान-माल का नुकसान कितना हुआ है, अभी इस अंदाजा ही लगाया जा रहा है।
7.7 और 7.0 का तीव्रता से लगे 2 झटकों ने मचाई तबाही, गिरी इमारतें, लगा आपातकाल, देखें वीडियोhttps://t.co/CsSTThOL5T#earthquake #SikandarEid2025 #Krrish4 #ShahidKapoor pic.twitter.com/b6BtaEPkzo
— Encounter India (@Encounter_India) March 28, 2025
भूकंप के इन झटकों से बड़ी-बड़ी इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गई। कई तस्वीरें ऐसी आई हैं, जिनमें लोग चिल्लाते और बिलखते हुए दौड़ रहे हैं। भूकंप के लगातार आए दो झटकों की तीव्रता इतनी अधिक थी कि ऊंची इमारतें भरभराकर गिर गईं। इन झटकों को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी महसूस किया गया। ये झटके थाईलैंड और चीन में भी महसूस हुए हैं। इसके अलावा भारत के भी पूर्वोत्तर राज्यों में झटके महसूस हुए हैं। म्यांमार से ऐसी कई तस्वीरें आई हैं, जिनमें इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं।
अनुमान है कि म्यांमार के सुदूर इलाकों में भी बड़ा नुकसान हुआ होगा, लेकिन अब तक ज्यादा खबरें नहीं मिल पाई हैं। म्यांमार में एक नदी पर बना पुल भी भूकंप में भरभरा गया। शुरुआत से अंत तक पूरा पुल ही मलबे का ढेर बन गया। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। म्यांमार की एजेंसियों का कहना है बचाव का अभियान शुरू कर दिया गया है। फिलहाल शहरी क्षेत्रों की ही जानकारी मिल रही है।
म्यांमार के अलावा बैंकॉक में भी कई इमारतों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। कुछ निर्माणाधीन इमारतें तो एक झटके में ही मलबे का ढेर बन गईं। भूकंप के कारण सड़कें तक फट गईं। आप तस्वीर में देख सकते हैं कि कैसे सड़क फटी तो लोग वहीं ठहर गए। बैंकॉक में तो 1.7 करोड़ लोग हाई राइज बिल्डिंगों में रहते हैं। इसके कारण वहां नुकसान ज्यादा होने की आशंका है।