कंधमाल: जिले से आई एक चौंकाने वाली खबर ने राज्य के बाल संरक्षण तंत्र और छात्रावास व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। दो अलग-अलग सरकारी बालिका आवासीय विद्यालयों में रह रही कक्षा 10 की दो नाबालिग छात्राएं नियमित स्वास्थ्य जांच के दौरान गर्भवती पाई गईं।
दोनों छात्राएं तुमुदीबांध ब्लॉक के अलग-अलग स्कूलों में पढ़ती हैं और गर्मी की छुट्टियों के बाद जब वे हॉस्टल लौटीं, तो उनकी शारीरिक स्थिति को लेकर मैट्रन को संदेह हुआ। दोनों लड़कियों के सेनेटरी नैपकिन न लेने पर जब उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए भेजा गया, तो उनकी गर्भावस्था की पुष्टि हुई।
छात्रावास प्रशासन द्वारा सूचना देने के बाद पुलिस ने फौरन एक्शन लेते हुए कोटगढ़ और बेलघर थानों में दो एफआईआर दर्ज की हैं।
एसडीपीओ रामेंद्र प्रसाद ने कहा, “हमने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि घटना कैसे और कहां हुई। छात्राएं गर्मी की छुट्टियों के दौरान बाहर गई थीं।”