एक मार्कशीट पर 2 भाई कर रहे थे सरकारी नौकरी, रिटायरमेंट से पहले खुली पोल

एक मार्कशीट पर 2 भाई कर रहे थे सरकारी नौकरी, रिटायरमेंट से पहले खुली पोल

ग्वालियरः मध्य प्रदेश के ग्वालियर नगर निगम में एक कर्मचारी की 43 साल तक सहायक वर्ग-3 की नौकरी चलती रही। रिटायरमेंट का समय भी नजदीक आ गया था। लगने लगा था कि अब रिटायरमेंट के बाद आराम से जिंदगी गुजरेगी, लेकिन एक शिकायत ने सब कुछ बर्बाद करके रख दिया, क्योंकि शिकायत में इस बात का खुलासा हो गया कि 43 साल पहले जो मार्कशीट लगाकर नौकरी हासिल की गई थी, वह तो फर्जी है।

यह पूरा मामला ग्वालियर नगर निगम के सहायक वर्ग-3 के कर्मचारी कैलाश कुशवाह का है, जिन्होंने अपने भाई की मार्कशीट लगाकर नगर निगम में नौकरी हासिल कर ली थी और 43 साल तक ठाठ से नौकरी करते रहे। लेकिन एक शिकायत ने उनकी यह पोल खोल दी और अब कैलाश कुशवाह के खिलाफ यूनिवर्सिटी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

इसके बाद नगर निगम के ही डिप्टी कमिश्नर अनिल दुबे ने यूनिवर्सिटी थाने में कैलाश कुशवाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। कैलाश कुशवाह पर पुलिस ने धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।

खास बात यह है कि कैलाश कुशवाह का भाई रणेंद्र सिंह कुशवाह भी सरकारी नौकरी में है। वह राज्य पावर लूम बुनकर सहकारी शाखा ग्वालियर में कार्यरत है। एक ही मार्कशीट पर दोनों भाई सरकारी नौकरी कर रही थे। इस फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद अब विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।