जालंधर,ENS: मणिपुर में हिंसा के खिलाफ वाल्मीकि, रविदासिया और ईसाई भाईचारे ने संयुक्त रूप से 9 अगस्त को पंजाब में बंद की कॉल दी थी। जिसके चलते आज पंजाब बंद की कॉल को लेकर निगम कर्मचारियों सहित कई एसोसिएशन ने पंजाब बंद की कॉल में ईसाई समुदाय और एससी समुदाय को समर्थन दिया है। वहीं पंजाब बंद की कॉल को लेकर हर चौंक पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना ना हो। वहीं समुदाय के नेताओं का कहना है कि दलित महिलाओं पर मणिपुर में अत्याचार हो रहा है, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार उसे रोकने में नाकाम रही है। शर्मनाक है कि सरकार की नाकामी के बाद खुद सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना पड़ा।
बंद की कॉल देने वाले सभी समुदायों का कहना है कि उनका बंद पूरी तरह से शांतिमय तरीके से होगा। कोई भी उनके बंद के दौरान हुल्लड़बाजी नहीं करेगा। संयुक्त रूप से बंद करने जा रहे समुदायों का कहना है कि बेशक बाजारों से लेकर हाईवे बंद रखे जाएंगे। दुकानदारों से भी उन्होंने दुकाने बंद रखने की अपील की है, लेकिन इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड बिल्कुल नहीं रोका जाएगा। ईसाई समुदाय से जुड़े लोगों का कहना है कि वह संयुक्त रूप से हिंसा के विरोध में पिछले कई दिनों से शांतिमय तरीके से प्रदर्शन करते आ रहे हैं।
जो बंद की कॉल दी गई है उसमें भी वह शांतिमय तरीके से अपना विरोध जताएंगे। ईसाई समुदाय के लोग सड़कों पर हाथों में पवित्र ग्रंथ बाइबल लेकर अपना रोष प्रदर्शन करेंगे। धरने में भी वह बाइबल लेकर बैठेंगे। पंजाब बंद की काल के बाद सभी निजी शिक्षण संस्थानों ने भी अपने स्कूल कालेज बंद रखने का फैसला लिया है। हालांकि सरकारी शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान अन्य दिनों की भांति खुलेंगे। निजी स्कूलों के प्रबंधकों ने तो उनके यहां पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को बनाए हुए वॉट्सऐप ग्रुप में पंजाब बंद के कारण संस्थान बंद रखने के बीते दिन देर शाम ही मैसेज डालने शुरू कर दिए थे। जिसके बाद आज कुछ निजी स्कूल बंद कर दिए गए है।