पंचकूला: सोमवार शाम को सेक्टर-22 से तिरंगा यात्रा का शुभारंभ हुआ। इस यात्रा का शुभारंभ पारस हेल्थ पंचकूला मीडिया एसोसिएशन हरियाणा और इंडियन मीडिया सेंटर की मदद से हुआ। स्वतंत्रता दिवस पर कश्मीर में खत्म होने वाली यह हफ्ते भर की यात्रा सांस्कृतिक आदान-प्रदान, देशभक्ति आयोजनों और सामुदायिक सहभागिता के जरिए नागरिकों को जोड़ने का एक प्रयास है। इस यात्रा में युवाओं की भागीदारी में खास जोर दिया गया।
इस पहल में करीबन 200 प्रतिभागी शामिल हुए। इसमें 100 महिला मीडिया छात्राएं, हरियाणा के 18 शहरों से स्वंयसेवक और पत्रकार, लेखक और पूर्व सैनिक जैसे विशिष्ट अतिथि भी शामिल रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल ने किया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर डीसीपी पंचकूला सृष्टि गुप्ता भी उपस्थित रही।
इस मौके पर मेयर कुलभूषण गोयल ने कहा कि तिरंगा यात्रा भारत के मूल्यों की नई मिसाल है। जब भी मैं युवाओं खासतौर पर इतनी संख्या में महिलाओं को राज्यों की सीमाएं पार करके तिरंगा लेकर चलते हुए देखता हूं तो मुझे यह लगता है कि वे हमारी एकता को जीवित रखने की जिम्मेदारी उठा रही हैं। यह सिर्फ स्वतंत्रता दिवस का ही उत्सव नहीं है बल्कि साहस, सम्मान और समावेशिता जैसे मूल्यों को भविष्य तक ले जाने का संकल्प हैं।
डीसीपी सृष्टि गुप्ता का इस यात्रा पर कहना है कि यह रैली हर तरह की जरुरी दीवारें तोड़ रही है। लोगों को उनके सहज दायरे में से बाहर लाकर ऐसे समुदायों के साथ जोड़ रही है जिनसे वो शायद कभी भी नहीं मिल पाते। इस यात्रा के हर पड़ाव पर संस्कृति, भाषा और कहानियों का आदान-प्रदान भी हो रहा है। इससे यह साबित होता है कि एकता भाषणों से नहीं बल्कि उस समय बनती है जब लोग कंधे से कंधा मिलाकर एक साझा लक्ष्य की ओर बढ़ जाते हैं।
पारस हेल्थ पंचकूला के फैसिलिटी डॉयरेक्टर डॉ. पंकज मित्तल का कहना है कि स्वास्थ्य सेवा में हम अक्सर शारीरिक सेहत की बात करते हैं परंतु देश के स्वास्थ्य का इस बात से भी पता लगाया जा सकता है कि लोग एक-दूसरे से कितने जुड़े हुए हैं। तिरंगा यात्रा इस जुड़ाव को और भी मजबूत बनाएगी और हमें याद दिलवाती है कि सम्मान, सहानुभूति और साझा उद्देश्य किसी भी दावे के जितने जरुरी होते हैं। इस पहल का समर्थन हमारे लिए एक स्वस्थ और जरुरी एकजुट भारत के निर्माण में योगदान देने का एक तरीका है।
स्वास्थ्य सेवाओं से आगे बढ़कर हम ऐसे आयोजनों को अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का हिस्सा मानते हैं। तिरंगा यात्रा 2025 के जरिए अस्पताल नागरिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा मिलेगा। युवाओं के नेतृत्व को प्रेरित करने और राष्ट्रीय एकता के बंधन को मजबूत बनाने के लिए एक नए मिशन की ओर बढ़ना है।

