वन टाईम पंजीकरण योजना में पंजीकृत होने वालों का रिकार्ड नहीं जांचा जाएगा
विभागों की योजनाओं से एमएसएमई सैक्टर को मिला लाभ-अशोक राणा
बददी में ईएसआई व पीएफ की नई योजनाओं का विभाग ने किया बखान
बद्दी/सचिन बैंसल: आज भारत सरकार के श्रम एंव रोजगार मंत्रालय के तहत ईएसआईसी व पीएफ विभाग ने लघु उद्योग संघ सभागार में उद्योग जागरुकता सैमीनार का आयोजन किया गया। इसमें दोनो विभागों ने अपनी अपनी योजनाओं का बखान किया और उद्यमियों ने इसका लाभ उठाया। कार्यक्रम में कर्मचारी राज्य बीमा निगम के हिमाचल प्रदेश के क्षेत्रीय निदेशक कर्नल मंजीत कटोच व उप निदेशक कर्णपाल सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लघु उद्योग संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक राणा ने की जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री के प्रदेशाध्यक्ष चिरंजीव सिंह ठाकुर व गत्ता उद्योग संघ के अध्यक्ष हेमराज चौधरी ने शिरकत की। क्षेत्रीय निदेशक कर्नल मंजीत कटोच ने बताया कि ईएसआईसी की स्प्री योजना एमनेस्टी योजना के बारे में बताया जिसमें 1 जुलाई 2025 से 31 दिसंबर 2025 तक स्प्री योजना के तहत जो नए नियोजक पंजीकृत होंगे उनको उसके लाभ के बारे में अवगत कराया।

उन्होने कहा कि इस वन टाईम पंजीकरण योजना के तहत पंजीकृत होने वाले कारखाने या व्यापारिक संस्थान का पिछले पांच का कोई भी रिकार्ड जांचा नहीं जाएगा। और जिस तिथि से उद्यमी पंजीकृत होना चाहे उसी तिथि से उसको विभाग की ईएसआई योजना में पंजीकृत कर दिया जाएगा। वहीं एमनेस्टी योजना के तहत मार्च 2025 तक जो भी कोर्ट केस लंबित है कर्मचारी राज्य बीमा निगम में राहत दी जाएगी। वहीं दूसरी ओर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) बददी जिला कार्यालय के प्रवर्तन अधिकारी रफीक मुहम्मद ने बताया कि भारत सरकार की पीएम विकसित भारत रोजगार योजना (पूर्व में रोजगार प्रोत्साहन योजना) पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। यह योजना 1 अगस्त 2025 से 31 जुलाई 2027 के बीच सृजित रोजगार के लिए लागू होगी। भाग ए में पहली बार काम करने वाले कर्मचारियों के लिए पहली बार ईपीएफओ के साथ पंजीकृत कर्मचारियों को अधिकतम 15 हजार रुपये का एक महीने का वेतन दो किस्तों में दिया जाएगा। जिसकी पात्रता एक लाख तक के वेतन वाले कर्मचारियों के लिए है। भाग बी में नियोक्ताओं के लिए प्रोत्साहन सभी क्षेत्रों में अतिरिक्त रोजगार सृजन विशेषकर विनिर्माण क्षेत्र पर ध्यान देना है जिसमें एक लाख रुपये तक के वेतन वाले कर्मचारियों के लिए नियोक्ताओं को प्रति कर्मचारी 3000 रुपये प्रतिमाह (2 साल तक) का प्रोत्साहन दिया जाएगा।
विभागीय योजनाएं उद्योगों के लिए लाभप्रद-अशोक राणा
लघु उद्योग संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक राणा ने कहा कि ईएसआई और पीएफ विभाग ने जो आज योजनाएं बताई है उसका पूरे हिमाचल के उद्योग जगत को लाभ उठाना चाहिए। उन्होने कहा कि ऐसे शिविर पूरे प्रदेश में लगने चाहिए जिसमें लघु उद्योग संघ विभागों को पूर्ण सहयोग करेगा।
इस अवसर पर क्षेत्रीय निदेशक ईएसआईसी कर्नल मनजीत कटोच, उप निदेशक कर्णपाल सिंह, अभिनव गुप्ता ब्रांच मैनेजर, ईपीएफओ जिला कार्यालय बददी के प्रवर्तन अधिकारी रफीक मुहम्मद, गत्ता उद्योग संघ के अध्यक्ष हेमराज चौधरी, फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री के प्रदेशाध्यक्ष चिरंजीव सिंह ठाकुर, इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रभारी आरएस राणा, लघु उद्योग भारती के राज्य संरक्षक नेत्र प्रकाश कौशिक, नालागढ़ उद्योग संघ के प्रभारी राजेंद्र राणा, लघु उद्योग संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक राणा, चेयरमैन विचित्र सिंह पटियाल, उपाध्यक्ष हरिओम ठाकुर, सलाहकार टैक्स हरीश खजूरिया ने भी अपने विचार रखे।