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आपदाओं में मानसिक स्वास्थ्य एवं मनो-सामाजिक सहायता पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू

ऊना/सुशील पंडित: जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊना द्वारा “आपदाओं में मानसिक स्वास्थ्य एवं मनो-सामाजिक सहायता“ विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ आज बचत भवन ऊना में एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर की अध्यक्षता में हुआ। कार्यशाला में फ्रंटलाइन विभागों, आपदा प्रतिक्रिया एजेंसियों, आपदा मित्रों, होम गार्ड, पुलिस, स्वास्थ्य और विभिन्न संगठनों के स्वयंसेवकों सहित 50 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इस प्रशिक्षण में वरिष्ठ नागरिकों से लेकर युवा स्वयंसेवकों तक विभिन्न आयु वर्ग के लोग शामिल हैं। इस प्रशिक्षण में आपदाओं से जुड़ा अनुभव सांझा करना और उनका संदर्भ समझना, आपदा के संदर्भ में जोखिम को समझना, आपदा प्रभावित लोगों पर आपदाओं के प्रभाव, प्रभावित व्यक्तियों और समुदायों की आवश्यकताएँ एवं सहयोग चक्र, कमजोर वर्गों की विशेष आवश्यकताएँ और समान अवसर, मनो-सामाजिक देखभाल प्रदान करने के दृश्यमान एवं अदृश्य पहलू, सामान्य और असामान्य प्रतिक्रियाओं को समझना, मनो-सामाजिक देखभालकर्ता की भूमिका, आपदा प्रभावित महिलाओं और बच्चों पर प्रभाव एवं उनके लिए कार्य करने की रणनीतियाँ, आत्म-देखभाल और तनाव प्रबंधन के विषयों पर चर्चा की जाएगी।

 

एडीसी ने कहा कि ऊना जिला नियमित रूप से आपदाओं का सामना करता है, और वर्ष 2023 की आपदा हिमाचल प्रदेश को कई जख्म दे कर गई है। आमतौर पर हम सड़कों, पुलों और घरों के पुनर्निर्माण की बात करते हैं, लेकिन आपदाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पर चर्चा कम होती है। उन्होंने आगे कहा कि आपदा प्रभावित परिवारों के लिए मनो-सामाजिक सहायता भी आपदा प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण पहलू है।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में डूअरज गैर सरकारी संगठन, शिमला से विशेषज्ञ एवं संसाधन व्यक्ति अनुराधा भारद्वाज ने अपने विचार सांझा किए और प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया। आपदा प्रबंधन, ऊना के प्रभारी प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण समन्वयक, राजन कुमार शर्मा ने बताया कि भविष्य में भी इस प्रकार की कार्यशालाएँ संबंधित विभागों और अन्य एजेंसियों के लिए प्रशासन द्वारा समय-समय पर आयोजित की जाती रहेंगी। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आपदा प्रबंधन के मानसिक और सामाजिक पहलुओं को समझने और प्रभावी सहायता प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा। प्रशिक्षण से प्रतिभागियों को न केवल मनो-सामाजिक सहायता तकनीकों की जानकारी मिलेगी, बल्कि स्वयं की देखभाल और तनाव प्रबंधन के लिए भी उपयोगी सुझाव के रूप में सिद्ध साबित होगी। इस अवसर पर आपदा प्रबंधन विभाग से प्रभारी धीरज कुमार, रजत सैनी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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