हेल्थः बाजार में आसानी से मिलने वाली तोरई पोषक तत्वों से भरपूर होने के चलते एक सुपरफूड के तौर पर मानी जाती है, लेकिन कई लोग इसे साधारण सब्जी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। न्यूट्रिशियंस के मुताबिक तोरई में 95% पानी, फाइबर, विटामिन-सी, आयरन और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है। यह न सिर्फ वजन घटाने में मदद करती है, बल्कि ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करती है। इसके अलावा, यह स्किन और बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इस आर्टिकल में तोरई के फायदे सुन आप भी इसे अपनी डेली डाइट में शामिल कर लेगें।
तोरई के सबसे बड़े फायदों में वजह कम करने में मदद करना शामिल है। इसमें कैलोरी बेहद कम (100 ग्राम में सिर्फ 15-20 कैलोरी) और फाइबर भरपूर होता है, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखता है। इसमें मौजूद पानी की अधिकता मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है, जिससे फैट तेजी से बर्न होता है। डॉ.चंद्रा के मुताबिक, “रोज एक कटोरी तोरई की सब्जी खाने से महीनेभर में 2-3 किलो वजन कम हो सकता है।
डायबिटीज और ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार
तोरई में इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने वाले तत्व पाए जाते हैं। तोरई का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम है और यह ब्लड में शुगर के अवशोषण को धीमा करती है। डायबिटीज के मरीज इसे उबालकर या जूस के रूप में ले सकते हैं।
हड्डियों करती है मजबूत
तोरई में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस होता है, जो हड्डियों के लिए जरूरी है। 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को इसे जरूर खाना चाहिए। डाक्टरों के मुताबिक तोरई के बीज का तेल जोड़ों के दर्द में राहत देता है।
झुर्रियों और डार्क स्पॉट्स दूर होते हैं
तोरई में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं, जो स्किन से झुर्रियां और डार्क स्पॉट्स दूर करते हैं। इसका पेस्ट लगाने से एक्ने और सनबर्न में आराम मिलता है। वहीं, इसके जूस से बाल धोने पर डैंड्रफ और हेयर फॉल की समस्या कम होती है।
पाचन तंत्र को करेगी अच्छे से साफ
तोरई में मौजूद डायटरी फाइबर आंतों की सफाई करता है और कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट के मुताबिक, तोरई का जूस पीने से पेट के अल्सर में भी आराम मिलता है। इसे छिलके समेत पकाने से ज्यादा फायदा मिलता है।
डिस्क्लेमरः यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी के लिए है। हम इनकी पूरी तरह से पुष्टि नहीं करते हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।