नई दिल्लीः अमेरिका में हाल ही में 2 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर ‘फ्यूजेरियम ग्रैमिनियरम’ नामक एक जहरीले फंगस की तस्करी का गंभीर आरोप है। यह फंगस खेती को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य के लिए भी बेहद खतरनाक माना जा रहा है। इसे वैज्ञानिक भाषा में ‘कृषि आतंकवाद’ का उदाहरण बताया जा रहा है।
कोरोना से भी ज्यादा घातक?
गॉर्डन जी चांग, जो चीन-अमेरिका संबंधों के जानकार और “China Is Going to War” पुस्तक के लेखक हैं, का कहना है कि यह फंगस कोविड-19 से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि अमेरिका इस मुद्दे पर चीन से अपने संबंध नहीं तोड़ता, तो इसका परिणाम कोविड और फेंटेनाइल संकट से भी ज्यादा घातक हो सकता है।
चांग ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की नीतियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि: “चीन लगातार अमेरिका के खिलाफ युद्ध जैसी भाषा का प्रयोग कर रहा है और वहां के नागरिकों को मानसिक रूप से तैयार किया जा रहा है।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि मई 2019 में चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स डेली ने अमेरिका के खिलाफ जन युद्ध का आह्वान किया था।
क्या है फ्यूजेरियम ग्रैमिनियरम?
यह एक फंगस है जो आमतौर पर बरसात के मौसम में गेहूं, जौ और अन्य अनाजों को संक्रमित करता है। अगर इससे संक्रमित अनाज को लगातार और बड़ी मात्रा में खाया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है।
विशेषज्ञों की राय:
- यह फंगस अमेरिका में एक सदी से भी अधिक समय से मौजूद है,
- इसे कीटनाशकों और कृषि नियंत्रण उपायों से रोका जा सकता है,
- यह केवल तभी खतरनाक है जब नियमित और बड़ी मात्रा में इसका सेवन किया जाए।
इस घटना ने अमेरिका-चीन के पहले से तनावपूर्ण रिश्तों में और दरार डाल दी है। कृषि, जैव सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कई जानकार इसे एक सुनियोजित जैविक हमले की कोशिश मान रहे हैं, वहीं कुछ इसे अत्यधिक राजनीतिक प्रतिक्रिया बता रहे हैं।