Health: विटामिन E एक आवश्यक वसा में घुलनशील विटामिन है, जो हमारे शरीर में एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। यह शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है और त्वचा, बाल, आंखों, प्रतिरक्षा प्रणाली तथा तंत्रिका तंत्र की सेहत को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि यह विटामिन आमतौर पर हमारे भोजन के माध्यम से मिल जाता है, लेकिन खराब खानपान, पाचन संबंधी समस्याओं या कुछ विशेष बीमारियों के कारण इसकी कमी हो सकती है। विटामिन E की कमी लंबे समय तक बनी रहे तो यह शरीर में कई तरह की गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकती है, जिन्हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि विटामिन E की कमी से कौन-कौन सी 5 प्रमुख परेशानियां हो सकती हैं और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है।
1. विटामिन E की कमी शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकती है, खासकर त्वचा से जुड़ी समस्याएं। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो त्वचा को पोषण देता है और हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाता है। इसकी कमी से त्वचा रूखी, बेजान और समय से पहले बूढ़ी दिखने लगती है। झुर्रियाँ, सूजन और रैशेज़ जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं।
2. दूसरी बड़ी समस्या है शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना। विटामिन E की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे व्यक्ति जल्दी-जल्दी बीमार पड़ता है। सर्दी, खांसी, गले में इन्फेक्शन या सामान्य संक्रमण जल्दी पकड़ में आ सकते हैं, क्योंकि शरीर का सुरक्षा कवच कमजोर हो जाता है।
3. विटामिन E की कमी आंखों पर भी असर डालती है। यह आंखों की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है। जब शरीर में इसकी मात्रा कम हो जाती है, तो दृष्टि कमजोर होने लगती है, आंखों में जलन, थकावट या मोतियाबिंद जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं।
4. इसके अलावा मांसपेशियों और नसों पर भी इसका असर पड़ता है। विटामिन E की कमी से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और शरीर में थकान, सुन्नपन या हाथ-पैरों में झनझनाहट जैसी समस्याएं होने लगती हैं। तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे शरीर का संतुलन और चलने-फिरने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।
5. विटामिन E की कमी का एक और स्पष्ट लक्षण है बालों का झड़ना। यह विटामिन बालों की जड़ों तक पोषण पहुंचाने और खोपड़ी में रक्त संचार बढ़ाने में मदद करता है। जब यह पर्याप्त मात्रा में नहीं होता, तो बाल कमजोर होकर गिरने लगते हैं और सफेद भी होने लगते हैं। लंबे समय तक इसकी कमी गंजेपन तक ले जा सकती है।