देशहित में पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी को लेकर भी हिमाचल सरकार का रुख ढीला
ऊना/सुशील पंडित: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित जेहादी आतंकियों द्वारा किए गए बर्बर हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। निर्दोष नागरिकों पर हुए इस हमले के विरोध में देशभर में जनाक्रोश व्याप्त है। केंद्र सरकार ने इस घटना के बाद सख्त कदम उठाते हुए भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर उन्हें तत्काल देश छोड़ने के निर्देश जारी किए हैं।
देशभर के राज्य इन निर्देशों को अमल में लाकर पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी सुनिश्चित कर रहे हैं, वहीं हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार इस गंभीर विषय पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने प्रदेश सरकार की इस निष्क्रियता पर कड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि यह स्थिति चिंताजनक है।
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कंवर ने कहा, “जब पूरा देश पाकिस्तान की आतंकवादी मानसिकता के विरुद्ध एकजुट होकर कड़े कदम उठा रहा है, तब हिमाचल प्रदेश की सरकार किस मजबूरी के चलते इस संवेदनशील विषय पर मौन धारण किए हुए है?” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार की यह लापरवाही देशहित के साथ समझौता है और प्रदेश की जनता इसे कभी स्वीकार नहीं करेगी।
वीरेंद्र कंवर ने मांग की कि राज्य सरकार को तत्काल संज्ञान लेकर प्रदेश में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। उन्होंने चेताया कि यदि राज्य सरकार इस दिशा में ठोस कार्रवाई नहीं करती, तो भारतीय जनता पार्टी प्रदेश स्तर पर जन आंदोलन खड़ा करने से भी पीछे नहीं हटेगी।
“देश की सुरक्षा सर्वोपरि है, और इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई राष्ट्रविरोधी ताकतों को बढ़ावा देने के समान है,” कंवर ने स्पष्ट शब्दों में कहा।