प्रयागराजः पुलिस द्वारा जिला कोर्ट के वकील को थाने में बंद कर पीटने का मामला सामने आया है। जब उसकी तबियत बिगड़ गई तो उन्हें सीएचसी ले जाया गया। सूचना पर पहुंचे साथी वकीलों ने दोपहर में यमुनापार के औद्योगिक क्षेत्र थाने में जमकर हंगामा किया।
जानकारी मुताबिक, नैनी एडीए कालोनी निवासी आदर्श मिश्र पुत्र श्याम मिश्र प्रयागराज अदालत में वकालत करते हैं। रात में करीब 11 बजे वह अपनी कार से जा रहे थे। रात में ट्रकों की लाइन लगी थी। इसी बीच एक ट्रक ने उनकी कार में टक्कर मार दिया। इसके बाद आदर्श और ट्रक चालक में मारपीट शुरू हो गई। सूचना पर औद्योगिक क्षेत्र थाने की पुलिस पहुंची और सभी को थाने ले गई।
वकीलों का आरोप है कि ट्रक ड्राइवर रजनीश उपाध्याय से तहरीर लेकर आदर्श के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। उन्हें थाने में बैठाकर पीटा गया। बुधवार को पूरी रात थाने में बंद रखा गया। मामले की सूचना जब जिला कोर्ट के साथी वकीलों को मिली तो वह दोपहर में थाने पहुंच गए। यहां पर उन लोगों ने आदर्श को पीटने को लेकर जमकर हंगामा किया। थाने पहुंचे वकीलों में रत्नेश शुक्ला, रोहित पांडेय, राहुल पांडेय, आशीष कनौजिया, आलोक मिश्र, हर्ष शुक्ला आदि ने जमकर विरोध जताया। धीरे-धीरे बहुत सारे वकील थाने पर पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी।
उनका कहना था कि दरोगा पर एफआइआर करने के बाद मुकदमा दर्ज करने के साथ सस्पेंड किया जाए, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने दरोगा पर कोई कार्रवाई नहीं की जिससे वकील धरने पर बैठ गए और रात में भी धरने पर बैठे रहे। सुबह तक उनका धरना चल रहा है। वकीलों ने एक वीडियो भी पुलिस अधिकारियों को सौंपा है जिसमें आदर्श के कंधे, पीठ, पेट, हाथ पर डंडे से पिटाई के निशान हैं।
सहायक पुलिस आयुक्त कौंधियारा विवेक यादव ने बताया कि कुछ लोगों ने ट्रक चालक के साथ मारपीट करने के अलावा ट्रक का शीशा तोड़ दिया था। दोनों पक्षों को थाने लाया गया था। ट्रक चालक रजनीश उपाध्याय की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। बाद में आदर्श मिश्रा की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उनकी हालत पूरी तरह के ठीक है। उन्होंने दरोगा संजीव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया था, जिसकी जांच की जा रही है। दोषी होने पर दरोगा पर उचित कार्रवाई की जाएगी।