“गद्दारों” के खिलाफ FIR तथा चार्जशीट करने लिए चंडीगढ़ भेजी रिपोर्ट
जालंधर/ अनिल वर्मा: कमिशनर गौतम जैन द्वारा बीते दिनों बिल्डिंग विभाग में एटीपी, बिल्डिंग इंस्पैक्टर तथा सेवादारों के नैक्सिस को तोड़ने के लिए किए तबादले के लगातार बेहतर नतीजे सामने आ रहे हैं । कई सैक्टरों को अपनी सत्ता समझ कर राज करने वाले अधिकारियों के सिर पर चार्जशीट तथा एफआईआर दर्ज होने की तलवार तक लटक रही है। इसी कड़ी में एक ओर नया मामला ट्रांस्पोर्ट नगर का है, जहां बीते एक साल से लगातार एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग तैयार की जा रही थी इस बिल्डिंग का नगर निगम से कोई भी नक्शा और न ही सीएलयू करवाया गया था।
मगर फिर भी इस बिल्डंग में बेसमैंट से लेकर चार मंजिला तक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग तैयार हो गई जिसकी जांच इस सैक्टर में तैनात किए गए नए एटीपी राज कुमार द्वारा की गई तो सामने आया कि यह बिल्डिंग बिना नगर निगम की अप्रूवल से बन रही थी जिसकी रिपोर्ट कमिशनर गौतम जैन को भेजी गई और आदेश मिलने पर इस बिल्डिंग को सील कर दिया गया। इस सैक्टर में तैनात रहे पूर्व एटीपी तथा बिल्डंग इंस्पैकटर के सिर पर कारवाई की तलवार लटक गई है। माना जा रहा है कि कमिशनर इस मामले को भी गंभीरता से लेते हुए पूर्व एटीपी तथा बिल्डिंग इंस्पैक्टर के खिलाफ विभागीय कारवाई शुरू कर सकते है।
वहीं दूसरी ओर वड़िंग की अवैध कालोनी में सामने आई जाली एनओसी तथा जाली एनओसी के आधार पर बिना जांच किए रिहायशी नक्शे पास करने तथा लद्देवाली रोड पर ग्रीन काऊंटी के अंदर बिना नक्शे पास करवाए तैयार करवाए जा रहे 8 स्कॉट विला के मामले में नगर निगम जालन्धर के साथ “गद्दारी” करने वाली महिला एटीपी सुखप्रीत कौर एवं बिल्डिंग इंस्पैक्टर के खिलाफ चार्जशीट जारी करने के लिए कमिशनर गौतम जैन ने रिपोर्ट चंडीगढ़ भेज दी है इसी के साथ जाली एनओसी के आधार पर अवैध कालोनी काटने वाले कांग्रेसी नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए भी रिपोर्ट पुलिस कमिशनर को भेजी जा रही है। माना जा रहा है कि निगम कमिशनर यह कारवाई कर बिल्डिंग विभाग में एक उदाहरण सैट करना चाहते हैं तांकि भविष्य में कोई “लालचवश“ निगम के साथ “गद्दारी” न कर सके।