हरोली को देश का मॉडल विधानसभा क्षेत्र बनाने के लिये प्रयासरत: मुकेश
ऊना/सुशील पंडित: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की उपस्थिति में आज ऊना जिला के हरोली में राज्य स्तरीय हरोली उत्सव का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने मंदिर न्यास माता चिंतपूर्णी जी की जोत की पूजा कर उत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर, राज्यपाल ने हरोली उत्सव की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह उत्सव हमारी सांस्कृतिक परंपराओं, लोक जीवन और सामाजिक एकता का अद्भुत संगम है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति हमारी पहचान है।
शुक्ल ने कहा, “हिमाचल प्रदेश अपनी समृद्ध लोक संस्कृति, परंपराओं और नैतिक मूल्यों के लिए पूरे देश में विख्यात है। हरोली उत्सव जैसे आयोजनों से हम अपने लोकगीतों, नृत्यों, कलाओं और रीति-रिवाजों को जीवंत बनाए रखते हैं। संस्कृति का संरक्षण केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि हमारी अगली पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का माध्यम भी है।”
राज्यपाल ने कहा कि जैसा कि इस वर्ष हरोली उत्सव की थीम ‘‘नशा निवारण’’ रखी गई है। ‘‘नशा मुक्त ऊना – नशा मुक्त हिमाचल’’ का यह संदेश केवल एक नारा नहीं है, बल्कि हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य का संकल्प है। उन्होंने कहा कि 2 वर्ष पूर्व उन्होंने इसी स्थान से नशा मुक्ति के कार्यक्रम मैं भाग लिया था और यह कार्यक्रम मुकेश अग्निहोत्री ने आयोजित किया था। उन्होंने कहा कि इन दो वर्षों में नशे के खिलाफ लोगों में व्यापक जागरूकता आई है।
उन्होंने लोगों से मिलकर नशा मुक्त समाज के निर्माण का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति को सही दिशा देना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। शिक्षा, खेल, और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से हम अपने युवाओं को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान कर सकते हैं। राज्यपाल ने कहा, “याद रखिए, जब युवा नशे से दूर रहकर अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसर होते हैं, तभी कोई राज्य, कोई देश वास्तव में प्रगति करता है।” उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह आयोजन नशा मुक्त समाज, समृद्ध संस्कृति और सुरक्षित राष्ट्र के संकल्प को साकार करने में सहायक सिद्ध होगा।
राज्यपाल ने पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दाेष नागरिकों की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं के प्रति गहरी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा शत्रु है। इस दानव के खिलाफ हमारी लड़ाई पूरी शक्ति और एकजुटता के साथ जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल के विकास के लिये वह हर संभव सहयोग करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी प्रकार का प्रस्ताव आता है तो वह केंद्र सरकार से बात करेंगे।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने पारम्परिक पगड़ी बंधवाकर शोभायात्रा में भाग लिया। खुली जीप में राज्यपाल ने हरोली की जनता का अभिवादन स्वीकार किया। लेडी गवर्नर मती जानकी शुक्ला भी उनके साथ थीं। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकासात्मक प्रदर्शनी का भी उदघाटन किया। उन्होंने उत्सव समिति द्वारा प्रकाशित स्मारिका का भी विमोचन किया। राज्यपाल ने ऊना पुलिस प्रशासन के सहयोग से आयोजित खेल प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित भी किया।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि काफी वर्षों के बाद यह उत्सव आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नशे के विरुद्ध उनकी प्रतिबद्धता है। दो साल पूर्व उन्होंने नशे के खिलाफ मैराथन आयोजित किया था, जिसमें राज्यपाल भी आये थे और इन दो वर्षों में उन्होंने नशे के खिलाफ क्षेत्रवमें व्यापक कार्यक्रम आयोजित किये हैं। उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना निंदनीय है। केंद्र जो भी कदम उठाएंगे, प्रदेश सरकार उसमें सहयोग करेगी। उन्हीने कहा कि हरोली उत्सव को इस बार देशभक्ति को समर्पित किया गया है।
उन्होंने कहा कि हरोली विकास की धरती है। लोगों के सहयोग से वह इस विधानसभा क्षेत्र को देश के मॉडल विधानसभा क्षेत्र बनाने के लिये प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में उन्होंने अनेक विकासात्मक परियोजनाएं आरम्भ किन हैं और विशेष प्रयासों से केंद्र से विकास के लिये धन की व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि जो क्षेत्र कभी विकास के नाम पर पिछड़ा हुआ था वहां के बच्चे हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। ऊना के उपयुक्त एवं हरोली उत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष जतिन लाल ने राज्यपाल और उपमुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने 27 से 29 अप्रैल तक मनाये जा रहे उत्सव की विस्तृत जानकारी दी। विधायक सुदर्शन बबलू,राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।