हमने कांग्रेस की निस्वार्थ भाव से सेवा की है
ऊना/सुशील पंडित : कांग्रेस पार्टी बागी विधायकों को सस्ते में छोड़ने के मूड़ में नहीं है। शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ विजय डोगरा ने बागी विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा कि पार्टी धोखेबाजों पर नरमी नहीं बरतेगी। हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार विधायकों की खरीद फरोख्त होना राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस प्रकार से भाजपा सरकार गिराने में नाकाम रही उससे यह भी साबित होता है कि हिमाचल के लोगों का ईमान अभी बिका नहीं है। दो चार लोग बिक सकते हैं लेकिन हिमाचल का जनमानस बिकाऊ नहीं है। डॉ विजय डोगरा ने आगे कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिन्ह पर जिन्हें विधानसभा भेजा गया वही हमें दगा दे जाएंगे। उन्होंने कहा कि सवाल मात्र राज्य सभा चुनाव का भी नहीं है। यह तो एक राज्य को अस्थिर करने की साजिश है।
सवाल उस जनता के साथ हुए विश्वासघात का है जिसने इन विधायकों को भारी बहुमत से जिताकर सत्ता के शिखर तक पहुंचाया था। ऐसे नेताओं ने तो पार्टी के चुनाव चिन्ह का भी ख्याल नहीं किया। विधायक देवेंद्र भुट्टो को जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले विजय डोगरा से जब पत्रकारों ने कुटलैहड़ से जुड़े प्रश्न पूछे तो उन्होंने कहा कि हमने 32 साल कांग्रेस की कुटलैहड़ में विजय की प्रतीक्षा की थी। 32 वर्षों से हम निस्वार्थ भाव से पार्टी की सेवा में जुटे रहे। जब वह दिन आया तो हमें लगा था कि अब कुटलैहड़ फिर से पटरी पर लौट आएगा। आज विधायक भुट्टो ने कुटलैहड़ की जनता के साथ जो किया है उसने हमें 32 वर्ष पीछे ला खड़ा किया है। सबसे बड़ी हैरानी तो यही है कि हिमाचल सरकार को अस्थिर करने के षड्यंत्र में लिप्त विधायक मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के जिलों से संबंधित हैं। जो मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के नहीं हुए उन्हें जनता की कितनी परवाह होगी यह इस कायरतापूर्ण कृत्य से साबित हो चुका है। जिस प्रकार पिछले साल आई प्राकृतिक आपदा को सुक्खू सरकार ने संभाला था, उसी प्रकार इस संकट में भी सरकार ने जो सख्त और त्वरित कार्रवाई की है उसके लिए मैं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को बधाई देता हूं।