सेहत: काफी लोग नाखूनों के बदलते रंग की ओर ध्यान नहीं देते। इसको मामूली समस्या समझकर इग्नोर कर देते हैं परंतु एक्सपर्ट्स की मानें तो नाखून शरीर के अंदर चल रही गड़बड़ी का संकेत देते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, नाखूनों की बनावट, रंग और मजबूती में यदि कोई बदलाव आए तो यह हाई कोलेस्ट्रॉल, दिल की बीमारी, खून की कमी या फिर न्यूट्रिशन की कमी का संकेत हो सकता है।
मेटाबॉलिक समस्याओं का संकेत
नाखूनों पर यदि लंबी धारियां या उभरी हुई रेखाएं नजर आती हैं तो यह सिर्फ उम्र का असर नहीं होता बल्कि न्यूट्रिशन की कमी, एनीमिया या मेटाबॉलिक समस्याओं के कारण भी हो सकती है। मेडिकल टर्म में इन्हें ऑनिकोरेक्सिस कहते हैं। जब कोलेस्ट्रॉल हाई हो तो ऐसी स्थिति में खून का प्रवाह प्रभावित होता है।
इससे नाखूनों तक पहुंचने वाला ऑक्सीजन और पोषक तत्व भी कम हो जाते हैं। इसी कारण नाखूनों पर काले निशान, रंग में बदलाव या फिर असामान्य तौर पर धारियां नजर आ सकती हैं।
ऑक्सीजन की कमी
नाखूनों का रंग बदलना शरीर में लंबे समय तक ऑक्सीजन की कमी का संकेत भी हो सकता है। यह कई बार हाई कोलेस्ट्रॉल और उससे जुड़ी हार्ट समस्याओं के कारण होता है। यदि नाखूनों का आकार धीरे-धीरे बदल रहा है तो इसे हल्के में न लें। अगर नाखूनों का रंग नीला या बैंगनी दिख रहा है तो इससे यह पता चलता है कि खून में ऑक्सीजन का स्तर ठीक नहीं है। इससे ब्लड फ्लो प्रभावित हो सकता है।
कमजोर होना
यदि नाखून कमजोर होकर जल्दी टूट रहे हैं, धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं या पीले पड़ते जा रहे हैं तो यह भी हाई कोलेस्ट्रॉल, एनीमिया या खराब ब्लड सर्कुलेशन का संकेत हो सकता है। लंबे समय तक यदि कोई ऐसा बदलाव दिखे तो जांच जरुर करवाएं। नाखूनों में किसी भी तरह का बदलाव दिखने पर डॉक्टर्स की सलाह जरुर लें।