नई दिल्ली: न्यू मेक्सिको में भारी बारिश के बाद आई भयानक बाढ़ ने हाहाकार मचा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार बाढ़ से 3 लोगों की मौत हो गई। वहीं नेशनल वेदर सर्विस (NWS) ने इन हालात में आपातकाल घोषित कर दिया। रियो रुइदोसो नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ गया, जिससे लोगों की जान खतरे में पड़ गई। रुइदोसो में कई लोगों को बचाने का काम चल रहा है। एनडब्लूएस के अनुसार, लिंकन काउंटी में एक पिता और दो बच्चे बाढ़ के पानी में बह गए। यह जगह अल्बुकर्क से लगभग 150 मील दक्षिण-पूर्व में है।
बाढ़ के कारण कई घर पानी में बह गए हैं। लोगों को नदी से दूर रहने और ऊंचे स्थानों पर जाने की चेतावनी दी गई है।बाढ़ इतनी अधिक खतरनाक है कि वह अपने साथ दर्जनों मकानों और दुकानों को बहा ले जा रही है। एक ऐसा ही बाढ़ का वीडियो सामने आया है, जिसमें बहते मकानों और तैरती दुकानों का खौफनाक मंजर दिखाई दे रहा है। बाढ़ का ऐसा भयानक वीडियो देख कर आपका कलेजा कांप उठेगा। यह वीडियो न्यू मैक्सिको में रुइदोसो का है। जहां पर भयंकर फ्लैश फ्लड का कहर दिखाई दे रहा है।
बाढ़ का अंदाजा इस आधार पर लगा सकते हैं कि रुइदोसो के पहाड़ी क्षेत्र में तेज मॉनसून की वर्षा ने रियो रुइदोसो नदी का स्तर महज कुछ मिनटों में लगभग 20 फीट ऊपर उठा दिया। इसके बाद अचानक आई इस बाढ़ में घरों, दुकानों और अन्य तरह का मलबा कागज की तरह तैरता व बहता दिखाई दिया। इसी दौरान एक पूरा घर नदी की तेज धार में बहते हुए देखा गया। यह स्थानीय कलाकार के दोस्त का घर था, लेकिन परिवार सुरक्षित है। इस दौरान चलाए गए बचाव अभियान में 85 से अधिक लोगों को बचाया गया। अभी तक कोई जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
नदी में जल का स्तर अचानक इतना अधिक बढ़ जाने के बाद इसे खतरे के संकेत बताया गया। कहा गया, “यह एक खतरनाक स्थिति है! तुरंत ऊंचाई वाली जगहों पर चले जाओ!” स्थानीय अधिकारियों द्वारा लोगोंको तत्काल विस्थापन आदेश दिया गया है। साथ ही नदी के किनारे और निचली इलाकों में रहने वाले लोगों से तत्काल ऊंचे स्थलों की ओर जाने को कहा गया है।
लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सैंडबैग वितरण अग्नि केंद्र 2 और व्हाइट माउंटेन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को आश्रय केंद्र बनाया गया है। इसके साथ ही लोगों को तेज धाराओं की चपेट में आऩे से रोकने के लिए पानी में गाड़ी न चलाने की चेतावनी दी गई है। बता दें कि यह क्षेत्र पिछले साल के जंगल की आग से गंभीर रूप से प्रभावित था, जिससे जल अवशोषण क्षमता कम हो गई थी।