ऊना/ सुशील पंडित: भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच, जिला ऊना की सामाजिक संस्था टीम ऊना ब्लड सर्विस ने एक बार फिर देश सेवा में अग्रसर होते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को पूर्ण सहयोग देने की घोषणा की है। संस्था ने इस संदर्भ में एक औपचारिक ज्ञापन जिला चिकित्सा अधिकारी (CMO) को सौंपा है।
संस्था के चेयरमैन लविश कपिला और वाइस चेयरमैन रमन दीप के नेतृत्व में दिए गए इस ज्ञापन में कहा गया है कि यदि सीमा पर तनाव किसी भी प्रकार की राष्ट्रीय आपात स्थिति या युद्ध में परिवर्तित होता है, तो टीम ऊना ब्लड सर्विस अपने स्वयंसेवकों सहित 24×7 सेवा देने को पूर्ण रूप से तैयार है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि संस्था रक्तदान, प्राथमिक चिकित्सा सहायता, लॉजिस्टिक सपोर्ट, और ज़मीनी स्तर पर समन्वय कार्यों में प्रशासन की हर संभव मदद को तैयार है। टीम ऊना ब्लड सर्विस ने सरकार से अपील की है कि उन्हें किसी भी आपातकालीन योजना में सहायता सहयोगी (Emergency Support Partner) के रूप में शामिल किया जाए।
चेयरमैन लविश कपिला ने कहा, “हमारा कर्तव्य है कि देश के किसी भी संकट की घड़ी में प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहें। हमारे पास समर्पित और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों की एक टीम है, जो बिना किसी हिचकिचाहट के सेवा देने को तैयार है।” वाइस चेयरमैन रमन दीप ने कहा, “टीम ऊना ब्लड सर्विस हमेशा मानवीय मूल्यों और राष्ट्र सेवा को प्राथमिकता देती आई है। हम पहले भी विभिन्न स्वास्थ्य अभियानों, रक्तदान शिविरों और कोविड-19 जैसी आपात परिस्थितियों में सरकार और आमजन की मदद कर चुके हैं।”
ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान टीम ने प्रशासन से अनुरोध किया कि आने वाले समय में यदि किसी भी तरह की चिकित्सा या मानवीय सहायता की आवश्यकता हो, तो उनकी संस्था को प्राथमिकता दी जाए।टीम ऊना ब्लड सर्विस के इस सराहनीय कदम की सराहना जिला प्रशासन द्वारा की गई और भरोसा जताया गया कि ऐसी संस्थाओं का सहयोग आपातकालीन परिस्थितियों में अति महत्वपूर्ण होता है।
इस प्रकार, एक बार फिर टीम ऊना ब्लड सर्विस ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए राष्ट्र और मानवता की सेवा में तत्परता दिखाई है। यह पहल युवाओं और अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं के लिए भी प्रेरणास्रोत बन सकती है।