गुनाः जमीन विवाद में एक टीचर की हत्या करने का मामला सामने आया है। वहीं मृतक का बेटा और कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हैं। टीचर की मौत के बाद परिजन और समाज के लोगों ने चक्काजाम कर दिया है। उनका आरोप है कि पूर्व सरपंच ने साथियों से साथ मिलकर हमला किया।
घटना जिले के आरोन में गेहूंखेड़ा में शनिवार शाम की है। रविवार सुबह 10 बजे जिला अस्पताल से टीचर का शव उनके गांव ले जाया गया है। गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। एहतियातन वहां बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। गेहूंखेड़ा गांव में पुलिस आरोपियों को तलाश में दबिश दे रही है।
ग्रामीणों ने गांव के बाहर आरोन-सिरोंज रोड पर चक्काजाम किया हुआ है। पुलिस ने अभी तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ग्रामीणों की मांग हैं कि आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया जाए, तभी अंतिम संस्कार करेंगे। मौके पर SDM, एसडीओपी समेत प्रशासनिक और पुलिस अफसर मौजूद हैं।
गेहूंखेड़ा के रहने वाले ब्रह्मदास अहिरवार (50) पुत्र हनुमत अहिरवार वर्ग दो के शिक्षक हैं। वह कला विषय पढ़ाते थे। वे माता मूडरा हाई स्कूल में पदस्थ थे। गांव में एक बीघा जमीन को लेकर उनका विवाद चल रहा था। ब्रह्मदास अहिरवार का आरोप था कि दूसरे पक्ष ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने सीमांकन का आवेदन दिया, जिसके बाद सीमांकन हुआ था। राजस्व विभाग ने जमीन नापी, तो जमीन इनकी निकली। विभाग ने जमीन का कब्जा इन्हें दे दिया था। उसके बाद भी सामने वाला पक्ष जमीन पर कब्जा करना चाहता था।
परिजनों ने बताया कि शनिवार सुबह ब्रह्मदास अहिरवार रोजाना की तरह स्कूल में पढ़ाने गए। दोपहर 3 बजे वह स्कूल से लौटे। गांव के बाहर ही स्थित वेयरहाउस पर वह बैठे थे। तभी दूसरे पक्ष के लोग आए और फरसे, लुहांगी सहित अन्य धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इसमें ब्रह्मदास, उनके बेटे सत्या और वेयरहाउस पर काम करने वाला कर्मचारी निक्की जाटव गंभीर घायल हो गए। गांव से अस्पताल लाते समय ब्रह्मदास ने दम तोड़ दिया। वहीं उनके बेटे और कर्मचारी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं आरोपियों की पहचान पूर्व सरपंच रघुवीर कोरी, वीर सिंह, भद्दू, अमर सिंह, दिमान सिंह, लखन, संतोष, कमल सिंह, सोनू, रवि व अन्य के रूप में हुई है। पुलिस ने आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।