Health: अचानक हार्ट अटैक की स्थिति में अगर समय रहते सही कदम उठाए जाएं, तो किसी की जान बचाई जा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे मामलों में सीपीआर (CPR – कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) जीवन रक्षक साबित हो सकता है। यह एक ऐसी प्राथमिक चिकित्सा प्रक्रिया है, जो तब दी जाती है जब किसी व्यक्ति की सांसें बंद हो जाती हैं या दिल धड़कना बंद कर देता है।
> हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं?
- डॉक्टरों के मुताबिक, हार्ट अटैक के लक्षणों को जल्दी पहचानना बेहद जरूरी है:
- सीने में तीव्र दर्द या दबाव महसूस होना
- दर्द का कंधे, पीठ, जबड़े या बांह में फैलना
- पसीना आना, चक्कर या बेहोशी
- सांस लेने में तकलीफ
- ऐसी स्थिति में तुरंत एम्बुलेंस (108) को कॉल करना चाहिए।
> CPR कैसे दें? जानिए स्टेप बाय स्टेप तरीका
यदि कोई व्यक्ति बेहोश हो जाए, सांस न ले रहा हो या केवल हांफ रहा हो, तो तुरंत CPR देना शुरू करें:
> Step 1: प्रतिक्रिया जांचें
व्यक्ति को आवाज दें, कंधे हिलाएं — अगर कोई प्रतिक्रिया नहीं है, तो आगे बढ़ें।
> Step 2: आपातकालीन सेवा को बुलाएं
108 या नजदीकी आपातकालीन नंबर पर कॉल करें। अगर AED मशीन हो, तो मंगवाएं।
> Step 3: छाती पर दबाव दें (Chest Compressions)
व्यक्ति को पीठ के बल लिटाएं।
छाती के बीचोंबीच दोनों हाथों से तेज़ और गहरे दबाव दें — प्रति मिनट 100–120 बार।
लगभग 2 इंच गहराई तक दबाएं, और हर बार छाती को वापस उठने दें।
> Step 4: AED का प्रयोग करें (अगर उपलब्ध हो)
AED ऑन करें और उसके निर्देशों का पालन करें।
> (प्रशिक्षित हैं तो) 30 दबाव + 2 सांस दें
नाक बंद करें, मुंह से मुंह पर सांस दें।
हर दो सांसों के बाद 30 बार छाती दबाएं।
क्या न करें:
- घबराएं नहीं।
- पीड़ित को अकेला न छोड़ें।
- यह न सोचें कि आप प्रशिक्षित नहीं हैं, सीपीआर न देना, बिल्कुल न करने से बदतर है।
*विशेषज्ञों की राय:
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि हर नागरिक को बेसिक CPR का ज्ञान होना चाहिए। समय पर दी गई यह मदद किसी के जीवन और मृत्यु के बीच का अंतर बन सकती है।