ऊना/सुशील पंडित: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के दिशानिर्देशों के अनुरूप अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में आयोजित राष्ट्रीय एंटी-रैगिंग सप्ताह का समापन आज एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम के साथ हुआ। इस अवसर पर छात्रों ने “रैगिंग: एक मज़ाक या गंभीर अपराध?” विषय पर आकर्षक सकीट प्रस्तुति दी, जिसने उपस्थित जनसमूह को गहराई से जागरूक किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महाविद्यालय की उपप्राचार्य प्रोफेसर रेखा शर्मा रहीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि रैगिंग किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है और इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल कानूनी अपराध हैं बल्कि विद्यार्थियों के भविष्य के लिए भी घातक सिद्ध हो सकती हैं।

उन्होंने सप्ताह भर आयोजित गतिविधियों की सराहना करते हुए सभी छात्रों एवं अध्यापकों को बधाई दी।सप्ताह भर चलने वाले इस अभियान के दौरान भाषण, पोस्टर मेकिंग, डिजिटल पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग तथा सकीट प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विजेता छात्रों को मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर एंटी-रैगिंग समिति की संयोजक प्रो. अनु लखनपाल, प्रो. सिकंदर नेगी, निकिता गुप्ता सहित अनेक संकाय सदस्य तथा छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। एंटी-रैगिंग सप्ताह का यह आयोजन न केवल छात्रों में कानूनी और सामाजिक जागरूकता फैलाने का माध्यम बना, बल्कि महाविद्यालय में सुरक्षित, सकारात्मक और सहयोगी शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक सार्थक कदम साबित हुआ।