नई दिल्लीः भारतीय बाजारों के लिए बेहतर संकेत मिल रहे है। कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन शेयर बाजार ग्रीन जोन में खुला। बीएसई पर सेंसेक्स 40 अंकों की उछाल के साथ 80,777.65 पर ओपन हुआ। बाजार की शुरुआत आज बढ़त के साथ हुई। सेंसेक्स 119.60 अंक यानी 0.17 फीसदी की बढ़त के साथ 80,874.72 के स्तर पर कारोबार कर रहा जबकि निफ्टी 41.40 अंक यानी 0.16 फीसदी की बढ़त के साथ 24,588.15 के स्तर पर कारोबार कर रहा। आज के कारोबार के दौरान सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज, जाइडस लाइफसाइंसेज, टेक्नो इलेक्ट्रिक एंड इंजीनियरिंग कंपनी, आर सिस्टम्स इंटरनेशनल, एनएमडीसी, टाटा टेक्नोलॉजीज, इंडिजीन, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल, एल्केम लैबोरेटरीज, एचडीएफसी बैंक, विप्रो, सर्वोटेक रिन्यूएबल पावर सिस्टम्स और स्कोडा ट्यूब्स के शेयर फोकस में रहेंगे।
कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। बीएसई पर सेंसेक्स 636 अंकों की गिरावट के साथ 80,737.51 पर क्लोज हुआ। वहीं, एनएसई पर निफ्टी 0.70 फीसदी की गिरावट के साथ 24,542.50 पर बंद हुआ। अमेरिका आज यानी बुधवार से आयात किए गए स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ को दोगुना कर रहा है। व्हाइट हाउस के मुताबिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हस्ताक्षर किए गए आदेश जारी करते हुए कहा कि यह कदम ट्रंप के ट्रेड वॉर में नई पहल है। व्हाइट हाउस के मुताबिक, अमेरिका बुधवार से आयात की गई स्टील और एल्युमीनियम पर अपने टैरिफ को दोगुना कर देगा। इस फैसले के बाद स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ 25 फीसदी से 50 हो जाएगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि स्टील और एल्युमीनियम आयात पर शुल्क बढ़ाने के उपाय बुधवार से लागू होंगे और इनका मकसद अमेरिकी स्टील इंडस्ट्री का भविष्य सुरक्षित करना है। गौर करने वाली बात है कि स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ दोगुना करने के अमेरिकी फैसले से यूनाइटेड किंगडम को छूट मिलेगी, जबकि कुछ ही घंटों पहले ब्रिटेन सरकार ने कहा था कि दोनों देश जल्द से जल्द टैरिफ राहत समझौते को लागू करने की आवश्यकता पर सहमत हो गए हैं।
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की बीते दिनों आई एक रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील और एल्युमीनियम आयात पर टैरिफ दोगुना करने के फैसले से भारत के 4.56 बिलियन अमेरिकी डॉलर के धातु निर्यात पर असर पड़ने वाला है। वित्त वर्ष 2025 में भारत ने अमेरिका को 4.56 बिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के लौह, इस्पात और एल्युमीनियम उत्पादों का निर्यात किया। इसमें लोहा और इस्पात में 587.5 मिलियन अमरीकी डॉलर, लोहे या इस्पात के लेखों में 3.1 बिलियन अमरीकी डॉलर और एल्युमीनियम और संबंधित लेखों में 860 मिलियन अमरीकी डॉलर शामिल थे।