उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियो को भी चेताते हुए कहा कि वह सुखु सरकार का चालीसा पढ़ने से बाज आये अन्यथा प्रोटोकाल को तोड़ने के चक्कर मे रगड़े जायेगे उन्होंने कहा कि प्रशसनिक अधिकारी सरकार के एजेंट बनकर काम न करें क्योंकि सरकारें आती जाती रहती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री को सस्ती राजनीति से ऊपर उठकर केंद्र के साथ समन्वय बनाकर केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा व स्थानीय सांसद अनुराग ठाकुर को इस कार्यक्रम में बुलाना चाहये था ताकि इस प्रोजेक्ट को ओर रफ्तार मिल सके परंतु मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री ने छोटा दिल दिखाकर अपने नाम के फट्टे लगाने में दिलचस्पी दिखाई है।
उन्होंने कहा कि जब इस बल्क ड्रग पार्क की स्थापना को लेकर भाजपा की पूर्व जयराम सरकार जोर लगा रही थी उस समय कांग्रेस के नेता इसके विरोध में केस करवा रहे थे और आज वही नेता अपना नाम को फट्टों पर देखने को आतुर है। उन्होंने कहा कि जनता इसके बहकावे में नही आएगी और जनता जानती है कि यह बल्क ड्रग वर्क सिर्फ और सिर्फ मोदी सरकार की देन है। उन्होंने कहा कि इस मसले पर जल्द प्रशासनिक अधिकारियो से बात की जयेगी ओर अगर नौवत पड़ी तो इनके दफ्तरों का घेराव भी किया जाएगा क्योंकि यह अधिकारी नेताओ की कठपुतली बनकर कार्य कर रहे है और जनता को धोखा देने के प्रयास कर रहे गई जोकि कतई सहन नही होगा।
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