नई दिल्लीः भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका को आईसीसी टी20 विश्व कप फाइनल में हराकर खिताब को अपने नाम किया। कप्तान रोहित शर्मा ने कभी टी20 क्रिकेट से विदा लेने के बारे में सोचा नहीं था लेकिन विराट कोहली की तरह युवा पीढ़ी के लिए रास्ता बनाने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया। वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद कप्तान ने कहा कि विश्व कप ट्रॉफी जीतने के साथ विदा लेने से बेहतर क्या हो सकता है।
दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में सात रन से हराने के बाद मीडिया से बातचीत में रोहित ने बताया कि टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता हालांकि उन्होंने कहा कि वह आईपीएल खेलते रहेंगे। उन्होंने कहा ,‘‘ मैं अपने भविष्य के बारे में इस तरह से फैसले नहीं लेता। मुझे जो भीतर से अच्छा लगता है, मैं वही करता हूं। मैं आगे के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैने पिछले साल वनडे विश्व कप के बाद भी नहीं सोचा था कि यह विश्व कप खेलूंगा या नहीं।’’
उन्होंने कहा,‘‘ मैंने कभी सोचा नहीं था कि टी20 से संन्यास लूंगा। लेकिन हालात परफेक्ट हैं। विश्व कप जीतकर विदा लेना बेहतर है। जो लिखा है, वो होने वाला है। ये लिखा था लेकिन हमको पता नहीं है कि कब लिखा है। नहीं तो हम आराम से आते और बोलते कि लिखा है, हो जायेगा। सब कुछ ठीक होना जरूरी है। एक समय हम मैच में पीछे थे और लगा था कि वे आसानी से जीत जायेंगे।’’
VIDEO | Captain Rohit Sharma has bid adieu to the format on a high after lifting the T20 World Cup. He shares his thought process in making the decision.
“I don’t make decisions like this. What I feel inside, I try and do that. That has been my nature while captaining the team… pic.twitter.com/g2mCDvm5Xd
— Press Trust of India (@PTI_News) June 30, 2024
रोहित 2007 में पहले विश्व कप में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खिताब जीतने वाली टीम के भी सदस्य थे। अपने सफर के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे बताया गया कि मैंने 2007 में शुरुआत की तब भी हमने विश्व कप जीता था और अब विश्व कप के साथ विदा ले रहा हूं। जिंदगी का चक्र पूरा हो गया। मैं बहुत खुश हूं। मैं उस समय 20 साल का था। मैं खिलाड़ियों से कहता हूं कि अपनी भूमिका निभाए। मैं उस समय पांचवें-छठे नंबर पर उतरता था।’’
‘अब मैं खेल को बेहतर समझता हूं। इतने साल खेल जो चुका हूं। यह सफर शानदार रहा। मैं हमेशा भारत के लिए मैच, खिताब जीतने की कोशिश करता हूं। मुझे नहीं पता कि यह महानतम जीत है या नहीं लेकिन महानतम में से एक है।’’