नई दिल्ली: अहमदाबाद के एक सरकारी सिविल अस्पताल में से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। अस्पताल के डॉक्टरों ने 7 साल के लड़के के पेट में से बालों का गुच्छा और जूते का फीता निकालकर उसको एक नई जिंदगी दी है। बच्चा मध्य प्रदेश के रतलाम का रहने वाला है। इस बारे में जानकारी देते हुए सिविल अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि बच्चे को पिछले दो महीने से लगातार पेट में दर्द, उल्टी और वजन घटाने की दिक्कत हो रही थी। पहले उसके माता-पिता उसको मध्य प्रदेश के एक निजी अस्पताल में भी दिखा चुके थे परंतु वहां पर उसे कोई भी राहत नहीं मिली।
सीटी स्कैन में हुआ खुलासा
जब बच्चे को सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया। इसके बाद डॉक्टरों ने बच्चे का सीटी स्कैन और एंडोस्कोपी करवाई। जांच में यह पता चला कि उसके पेट में बालों का एक गुच्छा और जूते का फीता फंसा हुआ है। सिविल अस्पताल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. की टीम ने लैपरोटॉमी सर्जरी के जरिए यह गांठ बाहर निकाल दी। सर्जरी के 7वें दिन जब डॉक्टरों ने डाई टेस्ट किया तो यह पुष्टि हुई कि पेट में अब कुछ भी नहीं बचा है।
बच्चों को रोकना जरुरी है
अस्पताल में बच्चे को मनोचिकित्सक से भी मिलवाया गया ताकि वो आने वाले समय में ऐसी चीजें निगलने की अपनी आदत छोड़ दे। डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी के चलते अक्सर बच्चे बाल या फिर कुछ और छोटे सामान निगल लेते हैं परंतु इसको रोकना बेहद जरुरी है।
बच्चे को थी गंभीर बीमारी
डॉ. ने बताया कि बच्चे को ट्राइकोबेजोअर नाम की बीमारी थी। इस बीमारी में बच्चे बालों को निगल लेते हैं। बाद में ये बाल पेट में उलझकर गांठ बना लेते हैं। इस बीमारी के यदि लक्षणों की बात करें तो पेट में दर्द, सूजन, उल्टी, भूख न लगना, वजन कम होना, कब्ज जैसी दिक्कतें शामिल हैं। इस बारे में अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि बच्चे की हालत अब पूरी तरह से ठीक है और उसको छुट्टी भी दे दी है। डॉक्टरों को कहना है कि समय पर सही इलाज और परामर्श से बच्चे का स्वास्थय और जिदंगी दोनों सुरक्षित रह पाएंगे।