पठानकोटः एक ओर जहां भारी बारिश के कारण शहरों में अक्सर पानी भर जाता है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, वहीं दूसरी ओर अब मैदानी इलाकों में बारिश के कारण सांपों की संख्या बढ़ती देखी जा रही है। रिहायशी इलाकों में सांपों के आने से इस साल पठानकोट जिले में सांपों के काटने के कई मामले देखने को मिले हैं।
इस संबंध में वन्यजीव विभाग के अधिकारी डीएफओ परमजीत सिंह ने बताया कि बारिश के दिनों में सांपों की भरमार हो जाती है। सड़कें पानी से भर जाती हैं, जिससे सांप मैदानी इलाकों में घूमते हैं और अक्सर लोगों के घरों में घुस जाते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बरसात के दिनों में घरों के दरवाजे बंद रखें और यदि कोई सांप उनके घर में घुस जाए तो घबराएं नहीं, इसकी सूचना वन्य जीव विभाग के अधिकारियों को दें।
पठानकोट जिले में 70 प्रतिशत सांपों की प्रजातियां हानिकारक नहीं होती, लेकिन उसके बावजूद भी लोग जल्दी घबरा जाते हैं और यदि किसी को अपने घर में सांप दिखाई दे तो लोग घबराएं नहीं, उस कमरे को बंद कर दें और दूसरे कमरे में इकट्ठा होकर विभाग को सूचित करें, जिसके बाद विभाग उस सांप को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ देगा। वहीं उन्होंने बताया कि यदि किसी को सांप काट लेता है और ईश्वर की इच्छा से सही समय पर उपचार न मिलने के कारण उसकी मृत्यु हो जाती है तो इस संबंध में भी परिवार को सहायता दी जाती है, जिसके लिए सबसे पहले परिवार वालों को शव का पोस्टमार्टम करवाना होता है। सांप के काटने और दाने पर ध्यान न दें, बल्कि मरीज को जल्द से जल्द अपने जिला अस्पताल ले जाएं, जहां ऐसे मरीजों का इलाज पूरी तरह से निशुल्क किया जाता है।