DG Jail Alok Roy का आया बयान
पंचकूलाः हरियाणा के डीजी जेल आलोक रॉय ने जेल प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि प्रदेश की जेलों में हो रहे अपराधों पर लगाम लगाने के लिए विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई है। इस टीम में एसटीएफ (STF) और संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक (SP) शामिल होंगे।
डीजी रॉय ने स्पष्ट किया कि आदतन अपराधियों द्वारा जेल के अंदर से आपराधिक नेटवर्क चलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जेलों में अब किसी भी गैंगस्टर का नेटवर्क संचालित नहीं हो रहा और जेलों से बाहर फोन करने की घटनाओं पर भी रोक लगाई गई है। उन्होंने जानकारी दी कि जेलों में बरामद मोबाइल फोनों की जांच अब राज्य अपराध शाखा (State Crime Branch) द्वारा की जाएगी। पिछले 6 महीनों में विभिन्न जिलों से ऐसे 21 मामले सामने आए हैं, जिनकी जांच अब यह शाखा करेगी।
डीजी जेल ने बताया कि जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए लगातार चेकिंग की जा रही है। बीते 10 दिनों में की गई जांच के दौरान किसी भी आपत्तिजनक वस्तु या मोबाइल की बरामदगी नहीं हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि जींद जेल के अंदर से फोन किए जाने की सूचना की भी जांच की गई, लेकिन जेल से कोई कॉल नहीं पाई गई। वहीं 27 कुख्यात गैंगस्टरों को एक ही जेल में स्थानांतरित किया गया है, ताकि उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके।
रोहतक में एक हाई सिक्योरिटी जेल का निर्माण कार्य जारी है, जो वर्ष 2026 तक पूरा हो जाएगा। इसके अलावा फतेहाबाद और पंचकूला में भी नई जेलों का निर्माण किया जाएगा, जबकि रेवाड़ी जेल जल्द बनकर तैयार हो जाएगी। इसी के साथ जेलों में मादक पदार्थों की तस्करी पर चिंता जताते हुए डीजी रॉय ने कहा कि अब तक 20 ऐसे मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें जेल विभाग द्वारा ही नशीले पदार्थ बरामद किए गए। उन्होंने आशंका जताई कि इनमें कुछ मामलों में जेल कर्मचारियों की संलिप्तता हो सकती है। कुछ मामलों में बीएसएफ तैनान होने के बावजूद ऐसे मामलों आ रहे है जो चिंताजनक है, लेकिन इन पर भी जल्द ही कोई एक्शन लेकर इस समस्या को भी दूर किया जाएगा।