एनकाउंटर न्यूज़, शिमला: मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है कि वर्ष 2017 से गरीब व मध्यम वर्ग को रोटी, कपड़ा, मकान पर अत्याधिक कर उगाही से लूटा गया। उनका कहना है कि GST (वस्तु एवं सेवा कर) के नाम पर आमजन, विशेषकर गरीब और मध्यम वर्ग से अत्याधिक कर वसूली कर केंद्र सरकार ने आठ वर्षों तक जनता को आर्थिक रूप से कमजोर किया है

चौहान ने बताया कि 2017 से 2025 तक केंद्र ने 55 लाख करोड़ रुपये से अधिक की GST वसूली की और इस दौरान आवश्यक वस्तुओं जैसे दाल, रोटी, कपड़ा, मकान आदि पर भी टैक्स वसूला गया। केंद्र सरकार की नीतियों के कारण महंगाई और बेरोज़गारी में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग को दोहरी मार झेलनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही GST को “लूट का तंत्र” मानती रही है, लेकिन सरकार ने विपक्ष की बात कभी नहीं मानी। राहुल गांधी ने GST को “गब्बर सिंह टैक्स” कहा था, जिसे अब चुनावी मजबूरी में केंद्र सरकार सुधार रही है।
चौहान ने केंद्र सरकार से जनता से माफी मांगने और आठ वर्षों तक GST के नाम पर हुई लूट की जवाबदेही स्वीकार करने की मांग की। उनका कहना है कि GST सुधार भी आगामी चुनावों के मद्देनज़र लिया गया है, क्योंकि भाजपा को हार का डर है।
नरेश चौहान ने यह भी आरोप लगाया कि रूस से सस्ते तेल का लाभ आम लोगों तक नहीं पहुंचाया गया, जिससे महंगाई और अधिक बढ़ी है। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार को जन विरोधी नीतियों के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।