वाराणसी: शनिदेव महाराज को न्याय का देवता भी कहा जाता है। मनुष्य के किए कर्मो के हिसाब से शनि फल देते हैं। ज्योतिषशास्त्र में ऐसी मान्यता है कि जब शनि की क्रूर दृष्टि किसी पर पड़ती है तो उसका बुरा फल मिलता है, ऐसे में शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय शास्त्रों में बताए गए हैं।
मान्यता के अनुसार शनिवार वाले दिन जल्दी उठकर स्नान करने के बाद शनि मंदिर या ऐसे हनुमान मंदिर जाना चाहिए जहां पीपल का पेड़ हो। मंदिर में पीपल के पेड़ पर तांबे के लोटे से जल अर्पित ओर जल में गुड़ और काला तिल जरूर डालना चाहिए।
इसके अलावा पीपल के पेड़ के नीचे सरसों या फिर तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इस दीपक में लोहे की मुनरी और काला तिल जरूर डालना चाहिए। इससे भी शनि की क्रूर दृष्टि समाप्त होती है और वे शुभ फल मिलता है। साथ ही पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने के बाद 7 बार पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करनी चाहिए, इस दौरान हनुमान जी का ध्यान करना चाहिए। शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा के समक्ष बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।