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जिला ऊना के शहीद अमरीक सिंह हुए पंचतत्व में विलीन

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प्रशासन समेत सेना के जवानों ने दी राजकीय सम्मान के साथ श्रदांजलि

ऊना/सुशील पंडित : जिला ऊना के शहीद अमरीक सिंह  आज पंचतत्व में विलीन हो गए। आज उनकी पार्थिव देह को पैतृक गाँव गणु मंदवाड़ा में लाया गया यहाँ उनको अंतिम विदाई दी गई।  अमरीक सिंह के बेटे अभिनव ने  मुखाग्नि देकर उन्हें इस संसार से विदा किया। परिजनों के साथ साथ रिश्तेदार  गाँववासी व अन्य लोग भी शहीद अमरीक सिंह को श्रद्धांजलि देने शमशान घाट पहुँचे। अंतिम संस्कार के समय शहीद अमरीक सिंह अमर रहे के नारे लगे। शहीद के बेटे अभिनव ने  सर्वप्रथम अपने पिता को श्रद्धांजलि देकर सेल्यूट किया। इस के बाद शहीद के पिता धर्मपाल ने अपने बेटे को श्रद्धांजलि दी।  

आपको बता दे कि आज सुबह 10 बजे शहीद अमरीक सिंह की पार्थिव  देह उनके पैतृक गाँव पहुँची तो गाँव मे सनाटा छा गया। और उसके बाद  जब उनकी पार्थिव देह उनके घर पहुँची तो घर मे चीख पुकार का दौर  शुरू गया।  शहीद की पत्नी बेटा,पिता माता बिलख बिलख कर रो रहे थे। शहीद अमरीक सिंह की  माता ने जब आखिरी बार अपने बेटे का चेहरा देखा तो वो बेहोश  हो गई। ओर पत्नी बेसुध हो गई। रिश्तेदारों व आस पड़ोस के लोगों ने  ढांढ़स बंधाया। कुछ समय के लिए शहीद अमरीक सिंह की देह अंतिम  दर्शन के लिए रखी गई और इस दौरान  परिजनों के  द्वारा  अंतिम संस्कार की रस्मे पूरी कीं। 

गाँव के प्रधान  भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि  10 जनवरी दिन मंगलवार को  अमरीक सिंह हादसे का  शिकार हुए थे। और उसके बाद कुपवाड़ा में खराब मौसम होने  के कारण 3 दिन तक उनके पार्थिव शरीर  को माछिल सेक्टर में रखा गया था। मौसम खराब होने के कारण इसे एयरलिफ्ट नही किया जा सका था। 3 दिन  के बाद जैसे ही मौसम साफ हुआ  तो शुक्रवार  को उनके पार्थिव शरीर को एयरलिफ्ट करके  श्रीनगर लाया गया। यहां उनका पोस्टमार्टम किया गया और शनिवार सुबह शहीद अमरीक सिंह को श्रीनगर से जम्मू आर्मी सेंटर पहुँचाया गया। यहाँ से पार्थिव देह को हवाई जहाज के  माध्यम से चंडीगढ़ भेजा गया। रविवार शाम को उनका पार्थिव देह चंडीगढ़ पहुँचा। यहाँ  सड़क मार्ग से उनकी पार्थिव देह को आज सुबह ऊना लाया गया। 

आपको बता दें कि 2001 को हवलदार अमरीक सिंह सेना में भर्ती हुए थे। और जम्मू कश्मीर के माछिल सेक्टर में तैनात थे।  शहीद अमरीक सिंह अपने पीछे माता पिता,पत्नी और एक बेटा छोड़ गए।  उनका बेटा अभिनव अभी छठी कक्षा में पढ़ता है। शहीद अमरीक सिंह 3 भाई थे। तीनो भाइयो में अमरीक सिंह मझले भाई थे। 2001 में 14 डोगरा रेजिडेंट  में भर्ती हुए थे। 

इस मौके पर इन्होंने दी शहीद अमरीक सिंह को श्रद्धांजलि

कैप्टन राहुल मेहता,लॉयनस नायक नवीन  सूबेदार अरुण कुमार, हवलदार धर्मवीर,हवलदार बलवन्त सिंह, 14 डोगरा ऑल एक्स  सर्विस मेन,जिला सैनिक बोर्ड सूबेदार के के शर्मा, रिटायर्ड कैप्टन सुशील कालिया,,एसपी अर्जीत सेन ठाकुर, 
एसडीएम सोमिल गौतम,डीएसपी बसुधा सूद,तहसीलदार घनारी रोहित सिंह कंवर,एसएच् ओ सुरेंदर राणा,
पूर्व विधायक राजेश ठाकुर,आईएएस अधिकारी राकेश कुमार ,ओर कांग्रेस जिला अध्य्क्ष राणा रंजीत सिंह ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रदांजलि दी।

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