बंदना धीमान एवं नितिन भारती वृन्दावन करेंगे महामाई का गुणगान
ऊना/सुशील पंडित: उपमंडल बंगाणा मुख्यालय में आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति से सराबोर एक भव्य आयोजन की तैयारी जोरों पर है। मां भगवती विशाल जागरण कमेटी द्वारा आयोजित सातवां विशाल जागरण 24 मई को श्रद्धा, आस्था और सांस्कृतिक समर्पण का अनुपम संगम बनने जा रहा है।
यह कार्यक्रम केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि जनमानस को जोड़ने वाला एक सांस्कृतिक पर्व बन चुका है, जिसकी झलक हर वर्ष देखने को मिलती है। इस वर्ष के आयोजन की विशेषताएं इसे अब तक के सबसे भव्य जागरणों में से एक बनाती हैं। मां भगवती की असीम कृपा से, आयोजन स्थल पर एक भव्य 51 फीट ऊँचा माता का भवन निर्मित किया जाएगा, जिसे नव-ज्योतियों और रंग-बिरंगे रोशनी से सजाया जाएगा। यह भवन न केवल श्रद्धालुओं की भक्ति का प्रतीक बनेगा, बल्कि मां भगवती के प्रति समर्पण और सामाजिक एकता की भी मिसाल प्रस्तुत करेगा। सातवें विशाल जागरण की विशेष बात यह है कि इसमें हिमाचल की सुप्रसिद्ध भजन गायिका बंदना धीमान अपनी मधुर और भावपूर्ण भजनों से मां भगवती की महिमा का गुणगान करेंगी। इसके साथ ही वृंदावन के ख्यातिप्राप्त रसिक भजन गायक हित नितिन भारती अपने विशेष भजन शैली से महामाई की स्तुति करेंगे। दोनों ही कलाकारों की उपस्थिति जागरण को अत्यंत दिव्य और प्रभावशाली बनाएगी।
सांस्कृतिक रंग में और गहराई लाने के लिए कार्यक्रम में फिल्मी कोरियोग्राफर कपिल कोहली भी विशेष झांकियों के माध्यम से मां भगवती के जीवन प्रसंगों और अवतारों की प्रस्तुतियां देंगे। जागरण के दिन बंगाणा बाजार को विशेष रूप से सजाया जाएगा, जिसमें रंग-बिरंगे बल्ब, फूलों की मालाएं, झंडियाँ और धार्मिक झांकियां सजाई जाएंगी। 24 मई को दोपहर 1 बजे हाथलौन से एक विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी जो अम्बे एचपी सेंटर बंगाणा के पास स्थित जागरण स्थल तक पहुंचेगी। इस शोभायात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु, स्थानीय लोग, विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठन भाग लेंगे। शोभायात्रा मां भगवती की सवारी के रूप में गाजे-बाजे और भक्तिगीतों के साथ निकलेगी, जिसमें श्रद्धालु ‘जय माता दी’ के नारों से वातावरण को गूंजायमान करेंगे। यह शोभायात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं होगी, बल्कि यह सामाजिक समरसता और समुदाय की सामूहिक शक्ति का जीवंत प्रमाण होगी।
भंडारे का संचालन स्थानीय स्वयंसेवकों और कमेटी सदस्यों द्वारा किया जाएगा, जो सेवा को धर्म मानते हुए समर्पण भाव से अपनी भूमिका निभाएंगे। भंडारा केवल भोजन नहीं, बल्कि एकता, करुणा और सेवा के आदर्शों को जनमानस तक पहुँचाने का माध्यम होगा। कमेटी के अध्यक्ष विनोद कुमार सैंटी ने बताया कि यह कार्यक्रम केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि समाज को जोड़ने और युवाओं को सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने का एक प्रयास है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा, साफ-सफाई, चिकित्सा सुविधा और यातायात व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा श्रद्धालुओं को न हो।