ऊना/सुशील पंडित: अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजनिति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने की। मंच का संचालन राजनीति विज्ञान की महासचिव परीक्षा ने किया।सेमिनार के मुख्य वक्ता फाइनल ईयर की छात्रा नेहा , श्वेता शर्मा और इशिता धीमान थे। सेमिनार में विशेष तौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है?और यह कैसे काम करती है? साथ ही इसका हमारे दैनिक जीवन में क्या उपयोग है? और इसका भविष्य क्या है? क्या भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी हमारे लिए खतरा बन सकती है? आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कम्प्यूटर विज्ञान की एक ऐसी शाखा है। जिसके अंदर मशीनों में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता विकसित जाती है। ताकि वे इंसानों की तरह सोच-समझकर निर्णय ले सकें। और बिना इंसानी मदद के काम कर सकें। आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे लिए काफी उपयोगी साबित हो रही है।क्योंकि इसकी मदद से कम समय में बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। साथ ही समय, धन और मानव श्रम की भी काफी बचत हो रही है। लेकिन इसका एक दूसरा पहलू भी है, जो काफी चिंताजनक है। दरअसल मशीनों की वजह से नौकरियाँ खत्म हो रही हैं। और बेरोजगारी बढ़ रही है। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान के राजनिति विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने कहा कि सेमिनार करने का उद्देश्य छात्रों को आगामी अयोजित होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में उन्हें काफी मददगार साबित होगा। इस अवसर पर प्रोफ़ेसर कमलेश महाजन,राजनीति विज्ञान के उपप्रधान इंदू,महासचिव परीक्षा, सह सचिव अंशु ,मीडिया प्रभारी रोहित और अंकिता मनकोटिया मौजूद रहे।
महाविद्यालय बंगाणा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर सेमिनार का आयोजित
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