इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा में दूसरा बड़ा ट्रेन एक्सीडेंट हो गया। यहां दिल्ली से सहरसा जा रही 12554 नंबर की वैशाली एक्सप्रेस में आग लग गई। पेंट्री कार के पास वाली बोगी एस 6 कोच में यह घटना हुई है, जिसमें 19 यात्री घायल हो गए। यह दूसरी घटना है, जो 12 घंटे के भीतर इटावा में हुई है। इस घटना के पीछे वजह क्या थी, फिलहाल इसका पता नहीं चल सका है। रेलवे अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं।
जानकारी के अनुसार, आग लगने के बाद प्रभावित हुए 11 यात्रियों को सैफई मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। वहीं आठ यात्रियों को मुख्यालय के डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
ट्रेन के एस 6 कोच में आग कैसे लगी, फिलहाल अभी इसके कारणों का पता नहीं चल सका है। यह घटना उस समय हुई, जब इटावा रेलवे स्टेशन फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके के मैनपुरी आउटर फाटक पर ट्रेन पहुंची थी। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है।
बता दें कि इससे पहले बुधवार की शाम दिल्ली से दरभंगा जा रही ट्रेन की तीन बोगियों में आग लग गई थी। इनमें एक स्लीपर कोच और दो जनरल बोगियां शामिल थीं। गनीमत रही कि इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं पहुंची। आग पर काबू पाने के बाद जली तीनों बोगियों को ट्रेन से अलग किया गया, इसके बाद अन्य कोचों में यात्रियों को बैठाकर ट्रेन रवाना की गई। दरभंगा जाने वाली ट्रेन ठसाठस भरी थी। इसके तीन कोच आग लगने की खबर फैली तो लोग कूदने लगे थे। ट्रेन में सवार महिलाएं, बच्चे, बूढ़े भी कूद गए थे। कुछ लोगों को मामूली चोट आई थी। ट्रेन के गार्ड बबलू सिंह ने बताया था कि इन तीन कोच में 500 के करीब यात्री थे। आग किस कारण लगी, इसकी जानकारी नहीं हो सकी थी। आग भीषण थी। सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया था।