सेहत: इन दिनों लोगों पर सैयारा मूवी का बुखार चढ़ा हुआ है। इसकी कहानी लोगों को काफी पसंद भी आ रही है। आपको बता दें कि यह एक लव स्टोरी वाली फिल्म है। इस फिल्म में दोनों की कैमिस्ट्री खूब भा रही है। इसके अलावा फिल्म में एक्ट्रेस अनीत पड्डा को अर्ली ऑनसेट अल्जाइमर की दिक्कत है। ऐसे में यहां पर लोगों को एक चीज और भी कंफ्यूज कर रही है कि यह बीमारी क्या है और क्या यह छोटी उम्र में भी लोगों को हो सकती है।
आखिर क्या होता है अल्जाइमर?
अल्जाइमर एक दिमाग की बीमारी होती है इसमें मरीज की याददाश्त, सोचने की शक्ति पर सबसे ज्यादा असर होता है। इस बीमारी के कारण ब्रेन्स सेल्स को भी नुकसान पहुंचता है। इसके कारण मरीज के डेली रुटीन के काम पर भी असर होता है। यह डिमेंशिया का सबसे आम प्रकार होता है। अल्जाइमर अक्सर 40 साल से ऊपर के लोगों में ज्यादा देखा जाता है लेकिन ये 30-40 साल के लोगों को भी इफेक्ट कर सकता है और 65 साल से कम उम्र के लोगों में जब अल्जाइमर पाया जाता है तो उसको अर्ली ऑनसेट अल्जाइमर (Early-Onset Alzheimer) कहते हैं। आपको बता दें कि यह बहुत ही रेयर है और बहुत ही कम लोगों में देखी जाती है। ज्यादातर 40-50 साल के लोगों में ये बीमारी देखने को मिलती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो यह बीमारी आमतौर पर 65 साल की उम्र के बाद होती है लेकिन समय के साथ ये गंभीर होने लगते हैं। इसमें मरीज बातें भूलने लग जाता है और समय व स्थान जैसी नॉर्मल चीजें भी भूलने लगता है।
ऐसे पहचानें लक्षण
शुरुआती अल्जाइमर के लक्षण आम होते हैं इसलिए लोग इतनी जल्दी डॉक्टर्स को नहीं दिखाते। अर्ली-ऑनसेट अल्जाइमर के लक्षण ज्यादा परिवार के सदस्यों को ही पता चलता है जो मरीज के साथ ज्यादा समय बिताते हैं और उनको अच्छे से जानते हैं। अल्जाइमर में ब्रेन सेल्स डैमेज हो जाते हैं जिसके कारण धीेरे-धीरे मैमोरी लॉस होने लग जाती है। इसमें टाइम, जगह और लोगों के नाम भी इंसान भूल जाता है और कभी-कभी कुछ देर पहले हुई चीजें भी भूल जाता है।
फिल्म सैयारा में भी ऐसे ही हुआ है जब अनीत पड्डा को उसके माता-पिता अस्पताल लेकर जाते हैं तो डॉक्टर उससे टाइम देखने के लिए बोलती है। थोड़ी ही देर के बाद जब वो उससे दोबारा टाइम पूछते हैं तो वो भूल गई होती है। अर्ली ऑनसेट अल्जाइमर में मरीज के साथ ऐसा ही होता है।
लक्षण
. बार-बार बातें भूल जाना
. नए नाम या जगह याद रखने में परेशानी आना
. फैसला ना ले पाना
. रोज के काम न कर पाना
. टाइम और जगह भूल जाना
. शब्दों को बोलने या समझने में दिक्कत आना
कारण
अर्ली ऑनसेट अल्जाइमर का अभी कोई खास कारण सामने नहीं आया है परंतु इसके कुछ मुख्य कारण हो सकते हैं जैसे कि परिवार में अल्जाइमर होना, जेनेटिक म्यूटेशन, ब्रेन की सूजन और प्रोटीन जमा होना, सिर पर गंभीर चोट लग जाना और लाइफस्टाइल फैक्टर्स जैसे कि हाई बीपी, मोटापा, डायबिटीज भी इसके कारण हो सकते हैं।
जंक फूड बनेगा कारण
आपको बता दें कि आज कल की यूथ जंक फूड बहुत ज्यादा मात्रा में खाती है। इस वजह से उन्हें कई तरह की गंभीर बीमारियां हो रही हैं। जितना हम जंक फूड खाते हैं उतना ही कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने लग जाता है और इससे छोटी-छोटी ब्लड वेसल्स ब्लॉक हो जाती है। इससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। ब्रेन के हर हिस्से का कुछ न कुछ काम होता है परंतु जब ब्लॉकेज होती है तो इस मैमोरी पर असर होता है।
इन चीजों का रखें ध्यान
डॉक्टर का कहना है कि अर्ली ऑनसेट अल्जाइमर को कम करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें। अपने खान-पान का ध्यान रखें । अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खान-पान का हमारे शरीर के साथ-साथ ब्रेन पर भी बहुत असर होता है। अल्कोहल, स्मोकिंग के कारण ब्लड वेसल्स ब्लॉक होती है जिससे अल्जाइमर का खतरा बढ़ जाता है।