नई दिल्ली: बांग्लादेश में इस समय बहुत ज्यादा खलबली मची हुई है। राजधानी ढाका में पिछले हफ्ते से हिंसा भड़क रही है। बांग्लादेश के छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद इस्लामिक कट्टरपंथियों ने बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन किया है। इसमें भारत भी टार्गेट हो रहा है। बांग्लादेश में हालातों को देखते हुए भारत ने चटगांव में स्थित इंडियन वीजा एप्लीकेशन सेंटर में वीजा सर्विसेज भी रोक दी थी। अब बांग्लादेश ने भी कांसुलर और वीजा सर्विसेज को अस्थायी तौर पर सस्पैंड कर दिया है। दोनों देशों के बीच बढ़ते हुए तनाव पर अब रुस ने भी प्रतिक्रिया दी है। रुस का कहना है कि बांग्लादेश को रिश्तों को सुधारना चाहिए यही अच्छा होगा।
चुनाव से पहले सुलझाए मुद्दा
बांग्लादेश में रुस के राजदूत ने सोमवार को बांग्लादेश और भारत से दोनों देशों के बीच बढ़ रहे तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए कोई रास्ता निकालने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में होने वाले चुानव से पहले माहौल ठीक बनाया जाना जरुरी है। इसके लिए भारत के साथ तनाव कम करना सबसे अहम है। जितना जल्दी हो उतना बेहतर है। रुस बांग्लादेश और भारत के द्विपक्षीय संबंधों में कोई हस्तक्षेप नहीं करना चाहता है लेकिन उसका यह भी मानना है कि यह समझदारी होगी कि मौजूदा स्तर में तनाव ज्यादा न बढ़ने दिया जाए।
भारत से बिगड़ रहे बांग्लादेश के संबंध
भारत और बांग्लादेश के बीच में ऐतिहासिक संबंध रहे हैं परंतु इसकी जड़़े अब बांग्लादेश की आजादी तक चली गई है। बांग्लादेश की आजादी में भारत की खास भूमिका रह चुकी थी। पूर्व पीएम शेख हसीना ने भी भारत के साथ अच्छे संबंध बनाए रखे परंतु पिछले साल जुलाई-अगस्त में हुए छात्र आंदोलननन के कारण उनकी सरकार गिर गई। उन्हें भारत भागना पड़ा। बांग्लादेश में अब नोबेल पुरस्कार विजेता शेख यूनुस की कार्यकारी सरकार है। उनकी सरकार इस्लामी कट्टरपंथियों को बढ़ावा देती है। यूनुस के शासन के दौरान बांग्लादेश में हिंदुओं पर काफी हमले हुए हैं।
ये है पूरा मामला
बांग्लादेश में स्थिति उस समय बिगड़ी है जब 12 दिसंबर को कुछ अंजान बंदूकधारियों ने इंकलाब मंच के प्रवक्ता उस्मान हादी को गोली मार दी। गोली लगने के बाद भारत विरोधी हादी को अच्छे इलाज के लिए थाईलैंड भी ले जाया गया है परंतु पिछले हफ्ते उसकी मौत हो गई। मौत के बाद बांग्लादेश में हिंसा भड़क गई है। उपद्रवियों ने जमकर बवाल किया है। दंगाई बांग्लादेश के सरकार आवास और भारत से जुड़े डिप्लोमैटिक मिशन को भी अब टारगेट बना रहे हैं।
